ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के हिंदू आतंकवाद संबंधी बयान से अपने को अलग किया और कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं है। पार्टी के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता जनार्दन द्विवेदी ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद है। कांग्रेस पार्टी हिंदू आतंकवाद से सहमत नहीं है।
शिंदे के बयान पर सफाई देते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता है। हिंदू या भगवा आतंकवाद जैसा कोई शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई कांग्रेसी जान-बूझकर ऐसा नहीं कह सकता है। हो सकता है कि शिंदे ने गलती से कहा होगा हिंदू आतंकवाद।
कांग्रेस महासचिव जर्नादन द्विवेदी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए । कांग्रेस आतंकवाद और किसी धर्म के बीच कोई जुड़ाव नहीं देखती।
पार्टी पहले भी यह स्पष्ट कर चुकी है कि आतंकवाद का कोई धर्म या रंग नहीं होता। कांग्रेस कभी भगवा आतंकवाद या हिन्दू आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करती। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि गृह मंत्री के जुबान से अनजाने में यह टिप्प्णी निकल गयी होगी क्योंकि वह मालेगावं और मक्का मस्जिद विस्फोट की जांच की बात कर रहे थे, जिसमें संघ के करीबी संगठनों से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
यह पूछे जाने पर कि आखिर शिंदे ने हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल क्यों किया द्विवेदी ने कहा कि गृह मंत्री का यह इरादा नहीं रहा होगा। कांग्रेस का कोई नेता इरादे के साथ ऐसी चीज नहीं कह सकता। कभी कभी ऐसा होता है कि किसी व्यक्ति के मुंह से अनजाने में ऐसे शब्द निकल जाते हैं।
द्विवेदी ने यह भी कहा कि जहां तक केसरिया रंग का सवाल है तो यह रंग राष्ट्रीय ध्वज में भी है और कांग्रेस के झंडे में भी है। हमें केसरिया रंग पर कैसे आपत्ति हो सकती है। यह रंग तो हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। इस विवाद को अब यहीं खत्म कर देना चाहिए।
उधर, गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के हिन्दू आतंकवाद संबंधी बयान को अपमानित करने वाला करार देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आज शिंदे से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की। आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने संवाददाताओं से कहा कि इस तरह के अस्वीकार्य और गैर जिम्मेदाराना बयान देने के लिए शिंदे को माफी मांगनी चाहिए।