सीमा पर शहीद जवानों का हुआ अंतिम संस्कार

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों की मदद से घात लगाकर घुसपैठियों द्वारा किए गए हमले में शहीद बिहार के चार जवानों की अंत्येष्टि गुरुवार को गम और गुस्से के बीच उनके पैतृक गांवों में कर दी गयी।

पटना-छपरा-आरा-महाराष्ट्र: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों की मदद से घात लगाकर घुसपैठियों द्वारा किए गए हमले में शहीद बिहार के चार जवानों की अंत्येष्टि गुरुवार को गम और गुस्से के बीच उनके पैतृक गांवों में कर दी गयी। साथ ही महाराष्ट्र में भी एक शहीद जवान का अतिम संस्कार आज संपन्न किया गया।
इस हमले में 21वीं बिहार रेजिमेंट के शहीद हुए जवानों में पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र निवासी विजय राय, भोजपुर जिला निवासी शंभू शरण सिंह, और सारण जिला निवासी प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन प्रसाद शामिल थे।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि शहीद विजय राय की अंत्येष्टि मनेर के ब्यापुर गांव के समीप गंगा किनारे राजकीय सम्मान के साथ की गयी। सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में राय को उनके छह वर्षीय पुत्र विवेक ने उन्हें मुखाग्नि दी।
अंतिम संस्कार से पूर्व पटना के दानापुर स्थित बिहार रेजिमेंट सेंटर के जवानों और बिहार पुलिस के जवानों ने शहीद को अपनी बंदूकें झुकाकर और सैल्यूट कर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर बिहार की आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु कुशवाहा, भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद, पार्टी के उपाध्यक्ष डा सी पी ठाकुर, राजद विधायक भाई वीरेंद्र, पटना के जिलाधिकारी एम श्रवण कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वहीं शहीद शंभु शरण सिंह के शव की अंत्येष्टि भोजपुर जिले के जगदीशपुर अनुमंडल के हरनाही गांव में आज सुबह राजकीय सम्मान के साथ की गयी। सिंह के दो वर्षीय पुत्र पीयूष ने उन्हें मुखाग्नि दी।

अंतिम संस्कार से पूर्व पटना के दानापुर स्थित बिहार रेजिमेंट सेंटर और बिहार पुलिस के जवानों ने शहीद को अपनी बंदूकें झुकाकर और सैल्यूट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पूर्व बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री श्याम रजक ने आज सुबह शहीद शंभु शरण सिंह के गांव जाकर उनके शव पर फूल रखकर कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर घोषित दस लाख रूपये मुआवजे की राशि का चेक पहुंचा दिया जाएगा इसपर शहीद के चाचा और सेना से सेवानिवृत्त त्रिलोकी सिंह ने कहा कि हमें मुआवजा नहीं पाकिस्तान के खिलाफ सैनिक कार्रवाई चाहिए।
वहीं सारण जिला के सम्हौता गांव निवासी शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह का अंतिम संस्कार रिविलगंज थाना अंतर्गत सरयू नदी के किनारे सिमरिया घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। शहीद प्रेमनाथ के शव को उनके चार वर्षीय पुत्र प्रतीक रंजन ने मुखाग्नि दी।
सारण जिले के एकमा गांव के अविवाहित जवान रघुनंदन सिंह की मांझी थाना अंर्तगत डुमाईगढ घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गयी। शहीद रघुनंदन को उनके चाचा त्रिभुवन प्रसाद ने मुखाग्नि दी।
महाराष्ट्र के एक अन्य शहीद जवान पुंडलीक माने का शव भी कोल्हापुर जिला स्थित उनके पैतृक गांव ले जाया गया गया जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद पुंडलीक माने अपने परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनकी तनख्वाह और छोटी सी खेती पर सात लोगों का परिवार पलता था। (एजेंसी)

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