शिमला : सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने कहा कि अन्नानडेल भूमि विवाद को सुलझाने के लिए आपसी सहमति और सहयोग से किसी हल पर पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। जनरल सिंह ने मुख्यमंत्री पीके धूमल से उनके निवास पर मुलाकात के बाद यह बयान दिया। जनरल सिंह यहां एआरटीआरएसी विदाई समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए आपसी सहमति पर प्रयास जारी है। मुझे उम्मीद है कि हम अवश्य ही किसी सहमति पर पहुंच जाएंगे। सरकारी विज्ञप्ति में इस मुलाकात को एक शिष्टाचार भेंट बताया गया है और कई महत्वपूर्ण सामरिक महत्व के मुद्दों जैसे कि लेह तक रेलवे लाइन बिछाना, रोहतांग तक टनेल निर्माण, फैजाबाद से उना तक डोगरा रेजिमेंट के स्थानांतरण और कैंटीन स्टोर डिपार्टमेंट (सीएसडी) की स्थापना जैसे मुद्दों पर रक्षा विभाग की राय जानने का प्रयास किया गया है। लेकिन इसमें अन्नाडेल मुद्दे की चर्चा नहीं हुई है।
अन्नाडेल विवाद उस वक्त खराब मोड़’ पर पहुंच गया था जब सेना की तरफ से जारी विज्ञप्ति में यह कहा गया था कि इस भूमि का सामरिक महत्व है और राष्ट्रीय सुरक्षा को किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। सेना के बयान के बाद हिमाचल के मुख्यमंत्री पीके धूमल के सेना के संबंद्ध अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का केस दायर करने की धमकी के बाद सेनाध्यक्ष ने कहा था कि सेना और राज्य सरकार के बीच संबंध अच्छे हैं और इस बारे बातचीत की जाएगी।
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से ही यह भूमि सेना के अधीन है और इसके लीज की अवधि 30 साल पूर्व ही समाप्त हो चुकी है। सेना का कहना है कि है कि अन्नानडेल ऐसी जगह है जो सामरिक महत्व के लिए खुला और उपयुक्त है।
(एजेंसी)