‘मुजाहिदीनों ने नहीं, पाक सैनिकों ने लड़ी कारगिल की लड़ाई’
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‘मुजाहिदीनों ने नहीं, पाक सैनिकों ने लड़ी कारगिल की लड़ाई’

कारगिल लडा़ई में पाकिस्तान के दावों को बेनकाब करते हुए इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व अधिकारी शाहिद अजीज ने कहा है कि 1999 की इस लड़ाई में मुजाहिदी शामिल नहीं थे। उन्होंने इस युद्ध को पाकिस्तान की करतूत बताया है।

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : कारगिल लडा़ई में पाकिस्तान के दावों को बेनकाब करते हुए इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व अधिकारी शाहिद अजीज ने कहा है कि 1999 की इस लड़ाई में मुजाहिदी शामिल नहीं थे। उन्होंने इस युद्ध को पाकिस्तान की करतूत बताया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अजीज ने एक लेख में कहा,‘कारगिल की तरह हमने जो भी निरर्थक लड़ाई लड़ी है, उससे हमने कोई सबक नहीं सीखा है। हम सबक सीखने से इंकार करते आ रहे हैं। वास्तविकता यह है कि हमारे गलत कामों की कीमत हमारे बच्चे अपने खून से चूका रहे हैं।’
कारगिल की लड़ाई के दौरान आईएसआई की एनालिसिस विंग के प्रमुख रहे अजीज ने पाकिस्तान के एक दैनिक समाचार पत्र में लिखा है,‘कारगिल की लड़ाई में कोई मुजाहिदीन नहीं थे। वायरलेस पर केवल झूठे संदेश भेजे गए थे। इससे किसी को बेवकूफ नहीं बनाया जा सका। हमारे सैनिकों को हथियार एवं गोलाबारूद के साथ खंदकों में बिठाया गया था।’
अजीज ने पूर्व जनरल परवेज मुशर्रफ पर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुशर्रफ और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इस युद्ध के बारे में पता था। मुशर्रफ नक्शों के साथ नवाज शरीफ से मिलते थे।
उन्होंने कहा कि कारगिल की लडा़ई बिना किसी योजना के लड़ी गई। पाकिस्तानी सेना ने अंतरराष्ट्रीय और वास्तविक हालात को समझे बिना कारगिल में लड़ाई शुरू की।
अजीज ने कहा कि पाकिस्तानी सेना का मकसद सियाचीन पर कब्जा करना था। हालांकि पाकिस्तानी सेना को यह उम्मीद नहीं थी कि भारत इस तीव्रता के साथ जवाबी कार्रवाई करेगा।

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