कोलकाता में सियासी हिंसा, CPM-TMC कार्यकर्ता भिड़े
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कोलकाता में सियासी हिंसा, CPM-TMC कार्यकर्ता भिड़े

पश्चिम बंगाल के 24 परगना के जिले में राज्य की सत्तारूढ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और मुख्य विपक्षी पार्टी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।

ज़ी न्यूज ब्यूरो
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के 24 परगना के जिले में राज्य की सत्तारूढ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और मुख्य विपक्षी पार्टी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। जिससे पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था बिगड़ गई है।
सूत्रों के अनुसार, सीपीएम के सैकड़ों कार्यकर्ता अपने सीनियर नेता और राज्य के पूर्व मंत्री अब्दुल रज्जाक मौल्लाह पर हुए हमले में टीएमसी नेता अरबुल इस्लाम के कथित रूप से शामिल होने का आरोप के चलते गिरफ्तारी की मांग को लेकर रैली कर रहे थे।
जब रैली दक्षिण 24 परगना जिले के बमुंघाट से गुजर रही थी तब हथियार बंद लोगों का एक ग्रुप ने प्रदर्शनकारियों पर हमला कर दिया और कई राउंड गोली फायरिंग की। जिसमें सीपीएम के कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
प्रदर्शन से लेफ्ट कार्यकर्ताओं को दूर रखने के लिए हमलावरों ने कई पब्लिक ट्रांसपोर्ट, बस और सरकारी संपत्ति में आग लगा दी।
सीपीएम ने आरोपी को गिरफ्तार करने की डेडलाइन खत्म होने के आज विशाल रैली का आयोजन किया था। लेफ्ट नेताओं ने पहले ही पश्चिम बंगाल में टीएमसी के हिंसा के खिलाफ सभी लोकतांत्रिक नेताओं से विरोध करने की अपील की थी।
सीपीएम नेता और पूर्व मंत्री कांति गांगुली ने कहा कि वाम समर्थकों पर हमला किया गया और टीएमसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों की आठ गाड़ियों में आग लगा दी।
लेफ्ट सूत्रों ने दावा किया, हमलावरों की गोली से तीन लेफ्ट कार्यकर्ता घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हालांकि, टीएमसी नेता अरबुल इस्लाम ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा, उसकी कार में सीपीएम कार्यकर्ताओं ने आग लगा दी। वे लोग मेरी हत्या करना चाहते थे उसने मुझे गिरा दिया। उस दरम्यान मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुझे बचाया।
पुलिस अधीक्षक प्रवीण त्रिपाठी से जब घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि छिटपुट घटनाएं हुईं हैं। लेकिन उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं बताया।
दोनों पार्टियों के बीच तनाव तब हुआ जब कल दक्षिण 24 परगना जिले के कांटाताल में मोल्लाह पर हुए हमले का आरोप टीएमसी समर्थकों पर लगा।
सीपीएम का आरोप है कि मोल्लाह पर अरबुल इस्लाम और उनके समर्थकों द्वारा हमला उस समय किया गया जब पार्टी ऑफिस जा रहे थे। यह भी कहा गया कि उनके चेहरे पर गंभीर चोटें आईं।
लेफ्ट नेताओं ने इस हमले की जोरदार निंदा की और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले पर विचार करने के लिए कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जल्द ही इस मामले में अधिकारिक बयान देंगी।
हालांकि टीएमसी ने इस घटना के पीछे पार्टी के हाथ होने से इनकार किया और सीपीएम के दावे को गलत करार दिया।

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