ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
गांधीनगर: पॉर्न क्लिप मामले में फंसे बीजेपी को उस समय बड़ी राहत मिली जब उसके आरोपी विधायकों को क्लीन चिट मिल गई। सदन (गुजरात विधानसभा) में अश्लील वीडियो देखने के मामले में भाजपा के दो विधायकों को क्लीन चिट दे दी गई है। यह क्लीन चिट उन्हें एफएसएल रिपोर्ट यानी फॉरेंसिंक में दी गई है। स्पीकर ने कहा कि एफएसएल रिपोर्ट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है।
एफएसएल ने आईपैड की जांच रिपोर्ट बंद लिफाफे में शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष गणपत वासव को सौंपी। वासव ने रिपोर्ट के निष्कर्ष को विधानसभा में पढ़कर सुनाया। इसके अनुसार आईपैड में कोई अश्लील वीडियो या तस्वीर नहीं थी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में विधायक शंकर चौधरी तथा जेठा भर्वाड पर अश्लील तस्वीरें देखने का आरोप गलत साबित हुआ है।
एफएसएल की रिपोर्ट के मुताबिक आईपैड में विधायक के मेल, कुछ रिपोर्ट , 4,000 तस्वीरें तथा 11 वीडियो क्लिप हैं लेकिन इसमें कोई भी तस्वीर यी वीडियो अश्लील नहीं हैं।
भाजपा विधायक शंकर चौधरी और जेठा भारवाड़ पर सदन की कार्यवाही के दौरान अश्लील तस्वीरें देखने का आरोप है। पिछले 20 मार्च को रधनपुर के विधायक शंकर चौधरी और शेरा से विधायक जेठा भारवाड़ सदन की कार्यवाही के दौरान एक टेबलेट का इस्तेमाल कर रहे थे। ऐसा आरोप है कि यह दोनो उस समय महिलाओं की अश्लील तस्वीरें देख रहे थे।