म्हाडा की लॉटरी में धांधली की आशंका
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म्हाडा की लॉटरी में धांधली की आशंका

म्हाडा के फॉर्म भरने के साथ ही एजेंट भी सक्रिय हो जाते हैं और म्हाडा के घरों की लॉटरी में एजेंटों धांधली भी शुरू हो जाती है। हाल ही में म्हाडा लॉटरी में घुसपैठ का खुलासा हुआ जिससे लोगों में बेचैनी बढ़ने लगी है।

ज़ी न्यूज ब्यूरो
मुंबई : मुंबई में कई ऐसे परिवार है जिनकी पीढ़ियां अपने आशियाने की आस लगाए गुजर गई लेकिन उन्हें आज भी घर नसीब नहीं हो सका है। जिनके लिए म्हाडा ने सस्ते दरों में घर देने की योजना बनाई। लोगों ने इसके लिए म्हाडा में फॉर्म भरे ताकि उन्हें रहने के लिए घर मिल सके लेकिन उनके घर का सपना अक्सर सपना ही रह जाता है। म्हाडा के फॉर्म भरने के साथ ही एजेंट भी सक्रिय हो जाते हैं और म्हाडा के घरों की लॉटरी में एजेंटों धांधली भी शुरू हो जाती है। हाल ही में म्हाडा लॉटरी में घुसपैठ का खुलासा हुआ जिससे लोगों में बेचैनी बढ़ने लगी है। म्हाडा के फ्लैट दिलाने के एजेंट के दावों को सुनकर म्हाडा प्रशासन और म्हाडा की इस लॉटरी की विश्वसनीयता पर से भरोसा उठ गया है। जबकि सरकार लोगों को भरोसा दिला रही है कि घर सही प्रक्रिया के तहत ही मिलेंगे।

म्हाडा के ये फ्लैट मंबई में मिलने वाले दूसरे फ्लैट्स की तुलना में 40 से 50 फीसदी तक सस्ते होते हैं। म्हाडा के हाई इनकम ग्रुप के फ्लैट्स की कीमत 49 लाख से 57 लाख तक है लेकिन इसका मार्केट रेट पौने 2 करोड़ रुपये तक है। मीडियम इनकम ग्रुप के फ्लैट्स की म्हाडा की कीमत 25-49 लाख रुपए हैं लेकिन इसका बाजार रेट 50 लाख से एक करोड़ तक है। वहीं कम इनकम ग्रुप के 30 से 70 लाख तक के फ्लैट्स को म्हाडा 15-31 लाख रुपए में दे रहा है। गरीब लोग 9 लाख तक में म्हाडा के घर खरीद सकते हैं। यह योजना उन लोगों के लिए है जो मुंबई में घर खरीद ने सक्षम नहीं हैं।

31 मई को मुंबई के मीरा रोड इलाके में म्हाडा के 2593 मकानों की लॉटरी का फैसला होना है जिसके लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 23 मई है। लेकिन लॉटरी के फॉर्म भरने के लिए ऑन लाइन सिस्टम पर भरोसा के काबिल नहीं है क्योंकि लॉटरी सेटिंग कराने के लिए एजेंटों का बोलबाला जोरों पर है।

पिछले साल म्हाडा की लॉटरी में घपले बाजी हुई थी। जिसमें करीब 400 फ्लैट्स अवैध तरीके से आवंटन किए गए। इसकी जानकारी फ्लैट्स के आवटन के बाद मिली जब कई अवेदन पत्र पर एक ही पता, बैंक एकाउंट और फोन नंबर पाए गए। 400 फ्लैट्स जिन लोगों को आवंटित किए गए उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

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