नई दिल्ली : तीसरे मोर्चे के गठन की अफवाहों के बीच सपा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत के लिए मंगलवार को शीर्ष वाम नेताओं को आमंत्रित किया। सपा के इस कदम को माकपा से अपनी दूरियां पाटने की कोशिशों के तौर पर भी देखा जा रहा है।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने मंगलवार को माकपा मुख्यालय जाकर पार्टी महासचिव प्रकाश करात से मुलाकात की और उन्हें लखनऊ में 15 मार्च को आयोजित होने वाले शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। एकेजी भवन में सपा नेताओं से करीब 20 मिनट की मुलाकात के बाद करात ने संवाददाताओं को बताया कि अखिलेश मुलायम सिंह यादव के साथ आए थे। चुनावों में उनकी कामयाबी के लिए हमने उन्हें बधाई दी। उन्होंने हमें शपथ-ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया और हमने आमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
बहरहाल, करात ने तीसरे मोर्चे के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। मुलायम और अखिलेश ने इंतजार कर रहे पत्रकारों से कोई बात नहीं की। सपा और माकपा नेताओं की यह मुलाकात करीब चार साल बाद हुई। परमाणु करार के मुद्दे पर दोनों दलों के बीच मतभेद गहरा गए थे और उन्होंने अपनी राहें अलग-अलग कर ली थीं। उस वक्त माकपा संप्रग-एक को दरकिनार करने के मकसद से गठबंधन बनाने की ताक में थी और इसके लिए सपा का समर्थन चाह रही थी।