हिमाचल में वीरभद्र ही बनेंगे सीएम, विधायक दल की बैठक में फैसला
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हिमाचल में वीरभद्र ही बनेंगे सीएम, विधायक दल की बैठक में फैसला

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए बैठक किया। जिसमें वीरभद्र सिंह को विधायक दल का नेता चुना गया। अब वीरभद्र सिंह ही प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे।

शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने वाले वीरभद्र सिंह राज्य के नये मुख्यमंत्री होंगे।
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वीरभद्र सिंह को कांग्रेस विधायक दल का नेता नामित किया। इसके पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनकी इस नियुक्ति को मंजूरी दे दी।
इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नवनिर्वाचित 36 में से 34 विधायकों ने हिस्सा लिया। विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को विधायक दल का नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत कर दिया।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में शामिल द्विवेदी ने चार घंटे तक चली बैठक के बाद यह घोषणा की।
पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके सिंह पहली बार आठ अप्रैल 1983 को मुख्यमंत्री बने थे। मध्यावधि चुनाव के बाद वह पांच मार्च 1985 को फिर मुख्यमंत्री बने।
कांग्रेस उनके नेतृत्व में वर्ष 1990 में चुनाव हार गई थी लेकिन वह पार्टी को एक बार फिर सत्ता में ले आये और तीसरी बार तीन दिसम्बर 1993 को मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस वर्ष 1998 के त्रिशंकु विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और सिंह को पांच मार्च 1998 को एक बार फिर मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी गई लेकिन वह बहुमत साबित करने में विफल रहे और त्यागपत्र दे दिया।
वर्ष 2003 के चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आयी और सिंह कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने गए और उन्होंने छह मार्च 2003 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
सिंह दिसम्बर 2007 के चुनाव में विधानसभा में चुने गए लेकिन कांग्रेस पार्टी बहुमत प्राप्त करने में असफल रही। सिंह ने वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव मंडी से लड़ा। सिंह को मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया।
सिंह ने एक स्थानीय अदालत द्वारा अपने खिलाफ आरोप तय किये जाने के बाद 26 जून 2012 को मंत्रिपद से त्यागपत्र दे दिया।

द्विवेदी ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि सोनिया गांधी ने उनसे सिंह को नया मुख्यमंत्री बनाये जाने को लेकर सदस्यों के व्यक्तिगत विचार जानने को कहा था। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सदस्यों के विचार पता लगाये और सोनिया गांधी को सूचित किया जिन्होंने वीरभद्र सिंह के नाम की मंजूरी दी।’’ उन्होंने बताया कि सिंह दिल्ली जाएंगे और सभी संबंधित मामलों पर पार्टी आलाकमान से चर्चा करेंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि सिंह को कांग्रेस विधायक दल के सदस्यों को व्यापक समर्थन मिला केवल कुछ ही विधायकों को उनके नाम पर आपत्ति थी। (एजेंसी)

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