वाशिंगटन: शोधकर्ताओं का कहना है कि मानव शरीर के लिए चीनी जहरीली है और इसकी बिक्री को भी सरकार को शराब की तरह ही कड़ाई से नियंत्रित करना चाहिए।
नेचर पत्रिका में प्रकाशित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के राबर्ट लुस्टिंग की अगुवाई वाले दल के अनुसार शकर का सेवन मोटापे, दिल की बीमारी, कैंसर और यकृत संबंधी समस्याओं सहित कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि इसलिए इस पर कर लगाया जाना चाहिए और शराब तथा तंबाकू उत्पादों की तरह इसे नियंत्रित किया जाना चाहिए।
लेखक ने का कहना है, ‘हम मानते हैं कि समाज में चीनी की आपूर्ति और मांग को कम करना शक्तिशाली शकर लॉबी के खिलाफ एक कड़ा राजनीतिक संघर्ष है।’ (एजेंसी)