अर्थव्यवस्था में सुधार, दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि 4.8%
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अर्थव्यवस्था में सुधार, दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि 4.8%

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था की स्थिति कुछ सुधरी है। कृषि, विनिर्माण, निर्माण तथा सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 4.8 प्रतिशत रही। पहली तिमाही में कमजोर रहने के बाद दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि में सुधार आया है।

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नई दिल्ली : चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था की स्थिति कुछ सुधरी है। कृषि, विनिर्माण, निर्माण तथा सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 4.8 प्रतिशत रही। पहली तिमाही में कमजोर रहने के बाद दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि में सुधार आया है।
इससे पहले, अप्रैल-जून की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रही थी। इसके मुकाबले दूसरी तिमाही में यह 4.8 प्रतिशत रही है।
हालांकि, एक साल पहले की दूसरी तिमाही की 5.2 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले यह कुछ कमजोर रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दूसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1.7 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में कृषि क्षेत्र की वृद्धि 3.6 प्रतिशत रही जबकि पूर्व वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 2.3 प्रतिशत रही थी।
विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर आलोच्य तिमाही में 1.0 प्रतिशत रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में केवल 0.1 प्रतिशत थी। हालांकि, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आयी जो पिछले साल की इसी तिमाही में 0.5 प्रतिशत थी।
आंकड़ों पर प्रतिक्रिया जताते हुए आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम ने कहा, ‘‘मैं यह कहता रहा हूं कि वृद्धि दर धीरे-धीरे तीसरी और चौथी तिमाही में पटरी पर आ जाएगी। लेकिन मुझे खुशी है कि यह पहली तिमाही से बेहतर है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कई लोग हैं जो यह अनुमान जता रहे थे कि यह कम रहेगी। मेरा मानना है कि तीसरी और चौथी तिमाही में आप इसमें और वृद्धि :आर्थिक वृद्धि: देखेंगे और 2013-14 में आर्थिक वृद्धि दर 5 प्रतिशत रहेगी।’’ (एजेंसी)

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