नई दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रत्यक्ष कर संग्रह का 6.23 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण जरूर है लेकिन आर्थिक वृद्धि को गति दे कर इसे प्राप्त करने के प्रायास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘चालू वित्त वर्ष 201415 के लिये अप्रत्यक्ष कर के मामले में राजस्व लक्ष्य चुनौतीपूर्ण है लेकिन उसे प्राप्त किया जा सकता है। अप्रत्यक्ष कर संग्रह 25 प्रतिशत से अधिक वृद्धि के साथ 6,23,244 करोड़ रुपये रहने का लक्ष्य रखा गया है।’
जेटली ने कहा कि आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये सरकार ने पिछले कुछ महीनों में विनिर्माण तथा बुनियादी ढांचा के क्षेत्रों में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है।
सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद एवं सेवा कर के मुख्य आयुक्तों तथा महानिदेशकों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रश्न है, पिछले कुछ साल कठिन रहे हैं। पिछले कुछ साल में जब आर्थिक वृद्धि नरम रही है, साथ ही खासकर विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि या तो स्थिर रही या उसमें नकारात्मक वृद्धि हुई। परिणामस्वरूप कुछ अप्रत्यक्ष कर प्रभावित हुए।’ हालांकि सरकार ने इन क्षेत्रों में सुधार के लिये पिछले दो महीनों में बजट प्रक्रिया और उससे बाहर कई कदम उठायें हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल जून और जुलाई में विनिर्माण क्षेत्र से संबंधित आंकड़ें उत्साहवर्धक हैं। अगर अगले कुछ महीनों तक यह प्रवृत्ति बनी रहती है, तो तभी यह प्रतिरूप बनेगा।