नई दिल्ली : शेयर बाजारों के आगे इस साल सोने की चमक फीकी पड़ गई है। शेयरों ने निवेशकों को अभी तक 23 फीसद का रिटर्न दिया है, वहीं सोने में निवेश करने वाले निवेशक घाटे में रहे हैं। वर्ष 2014 में अभी तक बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 22.76 प्रतिशत चढ़ा है, जबकि सोने की कीमतों में अभी तक 5 फीसद की गिरावट आई है। हालांकि चांदी ने निवेशकों को मामूली 2.38 फीसद का रिटर्न दिया है।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार यह साल भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी अच्छा रहा है। घरेलू निवेशक की धारणा में सुधार व विदेशी कोषों के प्रवाह से शेयर बाजार मजबूत हुआ है। आमतौर पर सोने व शेयरों के मूल्य में विपरीत रख दिखाई देता है। सोने के निवेश आमतौर पर महंगाई के खिलाफ हेजिंग के लिए किया जाता है। बाजार में अनिश्चिता के दौर में निवेशक सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। 31 दिसंबर, 2013 को सोने का भाव 29,800 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि कल यानी 28 जुलाई को सोना 28,370 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। इसी तरह 31 दिसंबर को चांदी 43,755 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो कल 44,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
वहीं दूसरी ओर बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 31 दिसंबर को 21,170.68 अंक पर बंद हुआ था। कल यह 25,991.23 अंक पर बंद हुआ। 25 जुलाई को सेंसेक्स ने अपना सर्वकालिक उच्च स्तर 26,300.17 अंक छुआ था। शेयर बाजारों की तेजी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विदेशी निवेशकों ने इस साल की शुरुआत से अभी तक शेयरों में 25.5 अरब डालर (1.53 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया।