प्याज की महंगाई से राहत नहीं, अभी भी 90 रुपये प्रति किग्रा
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प्याज की महंगाई से राहत नहीं, अभी भी 90 रुपये प्रति किग्रा

प्याज की महंगाई से राहत मिलने का संकेत नहीं दीख रहा है। नयी फसल की आवक से बाजार में बिक्री दर में कुछ नरमी आने के बावजूद अभी देश के अधिकांश भागों में प्याज की कीमतें 90 रुपये प्रति किग्रा के आस पास बनी हुई हैं।

नई दिल्ली : प्याज की महंगाई से राहत मिलने का संकेत नहीं दीख रहा है। नयी फसल की आवक से बाजार में बिक्री दर में कुछ नरमी आने के बावजूद अभी देश के अधिकांश भागों में प्याज की कीमतें 90 रुपये प्रति किग्रा के आस पास बनी हुई हैं।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा रखे जाने वाले आंकड़ों के अनुसार प्याज की सबसे कम खुदरा कीमत आगरा, विजयवाड़ा और हैदराबाद में हैं जहां इसका खुदरा भाव 42.45 रुपये प्रति किग्रा हैं।
विशेषज्ञों और व्यापारियों ने कहा कि हालांकि अधिकांश उपभोक्ता राज्यों में प्याज की आपूर्ति पर्याप्त रूप से बढ़ने के कारण दीवाली के बाद प्याज की खुदरा कीमतें कम होने की उम्मीद हैं।
उत्तरी भारत में आज खुदरा कीमत अधिकतम जम्मू कश्मीर में 90 रुपये प्रति किग्रा है। दिल्ली, हिसार और वाराणसी में भाव 80 रुपये प्रति किग्रा तथा लखनउ और अमृतसर में प्याज की कीमतें 70.75 रुपये प्रति किग्रा के दायरे में हैं।
देश के अन्य भागों में प्याज की खुदरा कीमत 45 रुपये प्रति किग्रा से अधिक रही। तिरुवनंतपुरम, शिलांग और गुवाहाटी जैसे शहरों में भी इसके भाव 70.80 रुपये प्रति किग्रा तक बने हुए हैं। सरकारी शोध इकाई एनएचआरडीएफ के निदेशक आर पी गुप्ता ने बताया, खुदरा कीमतों में कमी आने में कुछ समय लगेगा। लेकिन ताजा फसल की आवक की स्थिति में सुधार हुआ है और थोकबिक्री मूल्य कम होना शुरू हुई हैं। थोक बिक्री मूल्य 40 रुपये प्रति किग्रा से कम पर आ गया है। दीवाली के बाद और गिरावट आने की उम्मीद है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान से दिल्ली को आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है।
नासिक स्थित राष्ट्रीय बागवानी शोध एवं विकास संस्थान (एनएचआरडीएफ) द्वारा रखे जाने वाले आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र के लासालगांव में पिछले 10 दिनों में कीमतें 20 रुपये कम होकर 32.30 रुपये प्रति किग्रा रह गई है।
मेट्रो शहरों में दिल्ली में कीमतें अन्य शहरों के मुकाबले कम हैं। विगत 10 दिनों में दिल्ली में प्याज की थोक कीमत 9 रुपये घटकर 43 रुपये प्रति किग्रा रह गई हैं जबकि मुंबई में कीमत मात्र एक रुपये की गिरावट के साथ 50 रुपये प्रति किग्रा रह गई है।
आंकड़े दर्शाते हैं कि इसके विपरीत समीक्षाधीन अवधि में कोलकाता और चेन्नई में थोक बिक्री कीमतें 3 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 53.75 रुपये प्रति किग्रा और 55 रुपये प्रति किग्रा हो गई हैं। व्यापारियों ने बताया कि कोलकाता और चेन्नई में कीमतों में वृद्धि का कारण आंध्र प्रदेश और ओडीशा में भारी बारिश और बाढ़ है। (एजेंसी)

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