संसद बजट पारित करे वरना ‘अर्थव्यवस्था बंद’ हो जाएगी : ओबामा
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संसद बजट पारित करे वरना ‘अर्थव्यवस्था बंद’ हो जाएगी : ओबामा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सरकारी ऋणों के चूक का खतरा नजदीक आते देख शनिवार को संसद से अपील कि वह बजट जल्द पारित करे और विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी सरकार की ऋण सीमा बढाने को तैयार हो। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो ‘आर्थिक बंदी’ हो जाएगी।

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सरकारी ऋणों के चूक का खतरा नजदीक आते देख शनिवार को संसद से अपील कि वह बजट जल्द पारित करे और विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी सरकार की ऋण सीमा बढाने को तैयार हो। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो ‘आर्थिक बंदी’ हो जाएगी।
बजट पास न होने के कारण तमाम सरकारी विभागों का काम काज 20 दिन से बंद है। ओबामा ने सरकार के बंद होने के 20वें दिन आज कहा, ‘आइए हम बजट पारित करें और लोगों के फिर काम पर बुलाएं तथा इस रिपब्लिकन बंदी को खत्म करें। हम अपने बिलों का भुगतान करें और अर्थव्यवस्था को बंद होने से बचाएं।’ ओबामा ने इस अभूतपूर्व संकट के समाधान के लिए देश के नाम अपने साप्ताहिक संदेश में रिपब्लिकन सांसदों के साथ पिछले दो दिन की अपनी बैठकों का ब्यौरा दिया।
उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं आप अपनी राजधानी में इस समय जो देख रहे हैं उससे परेशान हैं। लेकिन चूंकि राजनीतिक पैंतरेबाजी में बात आसानी से भुला दी जाती है या छोड दी जाती है, पर में आप को याद दिलाना चाहता हूं कि यह सामान्य बात नहीं है।’ यदि 17 अक्तूबर तक ऋण सीमा नहीं बढी तो अमेरिका कर्ज चुकाने में चूक सकता है।
आबामा ने कहा, ‘पिछले 17 साल में पहली बार हमारी सरकार बंद है। एक राजनीतिक पाटीं सन् 1700 के बाद पहली बार सरकार को रिण भुगतान में चूक के खतरे में डाल रही है। इसी लिए हमें इसे खत्म करना है। इस लिए नहीं कि यह केवल खतरनाक है बल्कि यह स्वशासन की हमारी असाधारण व्यवस्था में लोगों का विश्वास खत्म करने वाली बात हो रही है। यह सबसे लिए दुखद है।’ राष्ट्रपति ने इस स्थिति के लिए रिपब्लिकन पार्टी को जिम्मेदार बताया। (एजेंसी)

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