मोदी का अमेरिकी कंपनियों को कर स्थिरता व दोस्ताना माहौल का वादा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में निवेश आकर्षित करने के लिए जोरदार प्रयास करते हुए अमेरिका की दिग्गज कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को देश में कर स्थिरता और दोस्ताना कारोबारी माहौल का भरोसा दिलाया।

न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में निवेश आकर्षित करने के लिए जोरदार प्रयास करते हुए अमेरिका की दिग्गज कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को देश में कर स्थिरता और दोस्ताना कारोबारी माहौल का भरोसा दिलाया।

अपनी पहली अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने आज बोइंग, पेप्सिको, गूगल, केकेआर तथा जनरल इलेक्ट्रिक सहित अमेरिका की दिग्गज कंपनियों के प्रमुखों के साथ बैठकें की। भारतीय बाजार की क्षमता को लेकर उत्साहित अमेरिकी कंपनियों ने भारत के साथ अपने व्यावसायिक संबंध बढ़ाने की इच्छा जताई। प्रधानमंत्री की अमेरिकी कंपनियों के साथ यह बैठक ऐसे समय हुई है जब भारत सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ जैसी कई पहल शुरू की हैं।

प्रधानमंत्री ने अमेरिकी कारपोरेट जगत के दिग्गजों से कहा, यह मेरा दृढ़ मत है कि भरोसा कायम करने के लिए कर स्थिरता जरूरी है। मोदी ने ऐसे समय अमेरिकी कंपनियों को भरोसा दिलाने का प्रयास किया है जब कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत में कर संबंधी विवादों में उलझी हुई हैं।

कारपोरेट जगत को देश में निवेश के लिए आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि कोयला आवंटन पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला ‘आगे बढ़ने के लिए अवसर बने और पिछली सभी गड़बड़ियां दुरस्त हो जाएं। मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस बात को लेकर चिंता जताई जा रही है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उद्योग जगत की धारणा और संपूर्ण कारोबारी माहौल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

अमेरिकी कंपनियों के दिग्गजों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे भारत में ढांचागत क्षेत्र के विकास में बड़ा निवेश करने तथा रोजगार के अवसरों का सृजन करने का आह्वान किया। भारत को लेकर उत्साहित अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेफ इमेल्ट ने भारत को निवेश के लिए एक शानदार गंतव्य बताते हुए कहा कि उनकी कंपनी वहां और निवेश की संभावना तलाश रही है।

मोदी के साथ बैठक के बाद इमेल्ट ने कहा, जीई भारत में एक दीर्घावधि की निवेशक है। मोदी को एक कश्मिाई नेता बताते हुए गोल्डमैन साक्स के प्रमुख लॉयड ब्लैंकफीन ने कहा कि वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी भारत के विकास की कहानी में भागीदारी की इच्छुक है। आईबीएम सहित कई अमेरिकी कंपनियों ने भारत सरकार द्वारा शुरू की गई स्मार्ट सिटी और अन्य पहल में भागीदारी की इच्छा जताई है। रक्षा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी बोइंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स मैकनेर्नी ने कहा कि कंपनी भारत के साथ अपने संबंधों को विस्तार देना चाहती है। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में आईबीएम की सीईओ वर्जीनिया रोमेटी ने भारत सरकार की स्मार्ट शहर व डिजिटल भारत जैसी पहल में भागीदारी की इच्छा जताई।

भारत में अवसरों को लेकर आशान्वित दुनिया की सबसे बड़ी संपत्ति प्रबंधक ब्लैकरॉक के सीईओ लॉरेंस फ्लिक ने मोदी को बताया कि कंपनी अगले साल भारत में वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित करेगी। मोदी के साथ बैठक के बाद पेप्सिको की सीईओ इंद्रा नूयी ने कहा, उन्होंने सवालों के जोरदार ढंग से जवाब दिए, जो कि भारत को बेहतर बनाने पर केन्द्रित है। ऐसे में हम उनके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं। इसी तरह मास्टरकार्ड के भारतीय मूल के सीईओ अजय बंगा ने कहा कि प्रधानमंत्री बातों को ध्यान से सुनने वाले व्यक्ति हैं। बंगा ने कहा कि उनको भरोसा है कि मोदी योजनाओं को उसी तरह अमल में लायेंगे जैसे उन्होंने गुजरात में किया।

प्रधानमंत्री ने इनके अलावा निजी इक्विटी क्षेत्र की कंपनी केकेआर के सीईओ हेनरी क्राविस के साथ भी बैठक की। व्यावसायिक संबंधों को मजबूती देने के लिए मोदी की अमेरिकी कंपनियों के दिग्गजों के साथ यह पहली व्यापक बैठक रही। अमेरिका की अपनी पांच दिन की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कल वाशिंगटन में भी कारोबार जगत के दिग्गजों के साथ बैठक में शामिल होंगे।

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