मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक से पहले शेयर बाजार में कमजोरी और आयातकों की डॉलर मांग से रुपया आज 38 पैसे टूटकर 61.53 रुपए प्रति डॉलर के करीब सात माह के निम्न स्तर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि पूंजी के बाह्यप्रवाह और विदेशों में डॉलर में कुछ कमजोरी के कारण भी रुपए पर दबाव बना रहा। विदेशों में हालांकि, डॉलर अपने मुख्य प्रतिद्वन्द्वियों की तुलना में 0.14 प्रतिशत नी़चे बोला गया लेकिन यह रुपए की गिरावट को थामने में नाकामयाब रहा।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 61.35 रुपए प्रति डॉलर पर कमजोर खुला और स्थानीय शेयरों में आरंभिक मजबूती के कारण तत्काल 61.31 रुपए प्रति डॉलर के उच्च स्तर को छू गया। बाद में यह भारी गिरावट के साथ 61.59 रुपए प्रति डॉलर तक लुढ़कने के बाद अंत में 38 पैसे अथवा 0.62 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 61.53 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पांच मार्च 2014 के बाद के सबसे कमजोर स्तर को दर्शाता है जब यह 61.75 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। विगत शुक्रवार को रुपया 19 पैसे अथवा 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ था।
बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज 29.21 अंक अथवा 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस बीच रिजर्व बैंक ने संदर्भ दर 61.4273 रुपए प्रति डॉलर और 77.9328 रुपए प्रति यूरो निर्धारित किया था। पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपए में गिरावट रही।