आणंद (गुजरात): ‘नवरात्रि’ के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करके एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक इमाम को अदालत ले जाए जाने के दौरान एक व्यक्ति ने चांटा मार दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘राकेश नामक एक व्यक्ति ने आज इमाम मेहदी हसन को अदालत के ठीक बाहर उस समय चांटा मारकर धक्का दिया, जब पुलिस उन्हें खेड़ा जिले के थासरा में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के लिए ले जा रही थी।’ उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है। हसन को इस घटना में कोई चोट नहीं आई है। बाद में, प्रधान सिविल जज पी वी भट्ट ने हसन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह अपने बचाव में वकील नियुक्त नहीं करेंगे। इसके अलावा उन्होंने जमानत लेने से भी इंकार कर दिया था।
गुजरात के इमाम हसन उस समय चर्चा में आए, जब उन्होंने वर्ष 2011 के सदभावना व्रत के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को एक गोल टोपी भेंट की। हसन हाल ही में उस समय विवादों में आए जब उन्होंने राज्य के सबसे चर्चित त्यौहार ‘नवरात्र’ को कथित रूप से ‘राक्षसों का पर्व’ बता दिया।
20 सितंबर को एक स्थानीय अखबार को दिए एक साक्षात्कार में हसन के हवाले से कहा गया कि नवरात्र ‘राक्षसों का त्यौहार’ है। विश्व हिंदू परिषद ने हसन की टिप्पणियों पर कड़ा विरोध जताया और कल शुरू होने वाले ‘नवरात्र’ पर्व से पहले उनकी गिरफ्तारी की मांग की। विहिप नेता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गुजरात पुलिस ने कल उन्हें (हसन को) उनके खेड़ा की थासरा तालूका में रूस्तमपुरा गांव स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया। यह धारा किसी के धर्म या मत का अपमान करके लोगों की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर भड़काने के मामलों से जुड़ी है। हालांकि हसन ने दावा किया कि उनकी टिप्पणियों को संदर्भ से हटाकर लिया गया है।