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जालंधर : भारत रत्न सम्मान पाने के बाद अंग्रेजी में बोलने के लिए देश के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को आड़े हाथों लेते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि उन्हें अपनी भाषा मराठी या हिंदी में बोलना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा न कर अपनी मातृभाषा और राजभाषा का अनादर किया है।
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांता चावला ने बताया, ‘‘वह महान खिलाडी हैं। भारत रत्न जैसे सम्मान को उन्होंने अपनी मां और देश की सभी माताओं का समर्पित किया यह अच्छी बात है। लेकिन राष्ट्रपति से पुरस्कार लेने के बाद जिस तरह उन्होंने जिस तरह उन्होंने अपने उद्गार प्रकट करने के लिए डायर और मैकाले की भाषा का आश्रय लिया वह अफसोसजनक है।’’
चावला ने कहा, ‘‘यह बडे दुर्भाग्य की बात है कि भारत रत्न भी अपनी बात रखने के लिए उन्हीं साम्राज्यवादियों की भाषा का सहरा लेते हैं जिन्होंने हमारे देशभक्तों को न केवल यातनायें और कालेपानी की सजा दी बल्कि अमृतसर के जालियांवाला बाग में देशभक्तों को घेरकर गोलियों से भून डाला।’’
भाजपा उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी हमला किया और कहा कि सचिन से क्या शिकायत जब प्रधानमंत्री चुनावी सभाओं को छोडकर अपने मुल्क में भी अपनी बात कहने के लिए उन्हीं लोगों की भाषा का सहारा लेते हैं जिन्होंने मुल्क को गुलाम बनाकर रखा था। उन्होंने यह भी कहा कि सचिन अगर अपनी बात अपनी मातृभाषा अथवा राजभाषा में कहते तभी सच्चे अथरें में वह भारत रत्न कहलाते। (एजेंसी)