तेलंगाना पर घमासान जारी, चंद्रबाबू नायडू का अनशन तुड़वाएगी सरकार!
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तेलंगाना पर घमासान जारी, चंद्रबाबू नायडू का अनशन तुड़वाएगी सरकार!

तेलंगाना राज्‍य के गठन को लेकर आंध्र प्रदेश में जारी हड़ताल और सीमांध्र में गहराए बिजली संकट के बीच हालात और मुश्किल हो गए हैं। आंध्र प्रदेश का बंटवारा करने के केन्द्रीय मंत्रिमंडल के फैसले को वापस लिए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख वाईएस जगनमोहन रेड्डी को पुलिस ने वहां से हटा दिया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
नई दिल्‍ली/हैदराबाद : तेलंगाना राज्‍य के गठन को लेकर आंध्र प्रदेश में जारी हड़ताल और सीमांध्र में गहराए बिजली संकट के बीच हालात और मुश्किल हो गए हैं। आंध्र प्रदेश का बंटवारा करने के केन्द्रीय मंत्रिमंडल के फैसले को वापस लिए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख वाईएस जगनमोहन रेड्डी को पुलिस ने वहां से हटा दिया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, नई दिल्‍ली के आंध्र भवन में अनशन पर बैठे टीडीपी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू का अनशन गुरुवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया।
सूत्रों के अनुसार, सरकार अब इस गतिरोध को खत्‍म करने के लिए चंद्रबाबू नायडू को अनशन स्‍थल से हटाने पर विचार कर रही है। सरकार नायडू का अनशन तुड़वाने की तैयारी में है।
आंध्र प्रदेश के विभाजन के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे तेलुगू देसम पार्टी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने मांग की कि तेलंगाना राज्य के गठन पर चर्चा के लिए जल्द से जल्द सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे का आपसी सहमति से समाधान निकालने के लिए तेलंगाना और सीमांध्र क्षेत्रों में संयुक्त कार्रवाई समितियों की बैठक की मांग की।
वहीं, आंध्र प्रदेश के महत्वपूर्ण बिजली क्षेत्र सहित अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारियों ने आज कहा कि तेलंगाना के गठन को लेकर उनकी हड़ताल जारी रहेगी क्योंकि इस मुद्दे पर सरकार के साथ उनकी बातचीत नाकाम रही है।
हैदराबाद में पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी क्षेत्र) वी सत्यनारायण ने बताया कि हमने उन्हें उठा लिया और अब निजाम आयुर्विज्ञान संस्थान (निम्स) ले गए हैं। जगन यहां के पॉश इलाके जुबली हिल्स स्थित अपने ‘लोटस पौंड` आवास पर भूख हड़ताल कर रहे थे। पुलिस का एक दल रात करीब 11 बजे जगन के घर पहुंचा और उनके समर्थकों द्वारा लगाए गए अवरोधकों को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद जगन को पुलिस ने बेझिझक उठाकर एंबुलेस में रख दिया। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान जगन के समर्थकों की ओर से कोई प्रतिरोध नहीं किया गया।
जगन की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का बुधवार को पांचवां दिन था। पार्टी ने अपने नेता की गिरती सेहत पर चिंता जताई थी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आज जगन का मुआयना करने वाले डाक्टरों ने उन्हें अपना अनशन समाप्त कर देने की सलाह दी क्योंकि उनका शूगर लेवल गिरता जा रहा था। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता कोनाताला रामकृष्ण ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमारे पार्टी अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी का अनशन आज पांचवें दिन में प्रवेश कर गया। उनका शर्करा का स्तर घट रहा है और डाक्टरों ने उन्हें अनशन समाप्त करने की सलाह दी है। कोनाताला ने कहा कि जगन ने सभी पार्टियों से राज्य को अखंड रखने के लिए हाथ मिलाने की अपील की है क्योंकि ‘कांग्रेस और सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए’ अल्पकालिक राजनैतिक लाभ के लिए बंटवारे का फैसला किया। जगन ने पांच अक्तूबर को अपने आवास पर अखंड आंध्र प्रदेश के लिए अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया था।
उधर, आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बोत्सा सत्यनारायण ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर तेलंगाना के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। सत्यनारायण ने कहा कि मेरा मानना है कि यह बेहतर होगा कि केंद्र सरकार सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत की शुरूआत करे ताकि सद्भाव एवं विश्वास का माहौल पैदा किया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लोगों में संदेश जाएगा कि फैसले विचार-विमर्श के बाद लिए जा रहे हैं। तेलंगाना के गठन के फैसले के खिलाफ सीमांध्र क्षेत्र में इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
कैबिनेट की एक उपसमिति और फिर मुख्यमंत्री एन किरन कुमार रेड्डी से बातचीत करने वाले आंध्र प्रदेश अराजपत्रित अधिकारी संघ और बिजली कर्मचारी संयुक्त कार्रवाई समिति ने तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त करने से इंकार कर दिया जब तक केन्द्र से राज्य के विभाजन के कदम को वापस लेने का स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया जाता। तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के कर्मचारी हड़ताल के साथ कड़ा रूख अपनाए हुए हैं क्योंकि माना जा रहा है कि वे कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं के दावों से नाराज हैं। राज्य सरकार के साथ कल और आज बातचीत में कर्मचारियों का कड़ा रुख साफ झलका और कर्मचारियों ने घोषणा की कि हड़ताल जारी रहेगी।

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