जेटली ने राहुल से कांग्रेस जनों के ‘अवैध’ संबंधों के बारे में पूछा

नरेन्द्र मोदी के विवाह को राजनीतिक मुद्दा बनाने के कारण राहुल गांधी पर भारतीय राजनीति के अलिखित कानून को तोड़ने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता अरुण जेटली ने शनिवार को उन पर तीखा प्रहार किया और कहा कि राहुल किसी ‘‘वैध’’ संबंध के खुलासे से कैसे परेशान हो सकते हैं जबकि उनके ‘‘कई’’ पार्टीजनों के ‘‘अवैध’’ संबंध हैं।

अमृतसर : नरेन्द्र मोदी के विवाह को राजनीतिक मुद्दा बनाने के कारण राहुल गांधी पर भारतीय राजनीति के अलिखित कानून को तोड़ने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता अरुण जेटली ने शनिवार को उन पर तीखा प्रहार किया और कहा कि राहुल किसी ‘‘वैध’’ संबंध के खुलासे से कैसे परेशान हो सकते हैं जबकि उनके ‘‘कई’’ पार्टीजनों के ‘‘अवैध’’ संबंध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय राजनीति की अलिखित आचार संहिता है। आम तौर पर हम विवादों में परिवारों और महिलाओं को नहीं घसीटते हें। राहुल गांधी इस संहिता के उल्लंघन के दोषी हैं।’’ भाजपा ने राहुल पर व्यक्तिगत कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि एक पूर्व प्रधानमंत्री के समस्या में चल रहा वैवाहिक संबंध कभी राजनीतिक मुद्दा नहीं बना। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल ने मोदी के विवाह का मुद्दा उठाकर ‘‘अपरिपक्वता और हताशा’’ दिखायी है।
जेटली ने एक लेख में कहा, ‘‘कितने सारे मौजूदा वरिष्ठ कांग्रेजजनों के अवैध संबंध हैं और इसके बावजूद नामांकन दाखिल करने के समय वे अपनी पत्नियों को फोटो खिंचवाने के अवसर के लिए साथ ले जाते हैं। निश्चित तौर पर लोगों को मोदी के ‘वैध’ संबंधों के बारे में जानने का अधिकार है। उन्हें कांग्रेसजनों के अवैध संबंधों के बारे में जानने का भी अधिकार है। दूसरी बात उनके उम्मीदवारों की नैतिकता के बारे में लोगों के जानने के अधिकार के तहत अधिक प्रासंगिक है।’’
मोदी के समर्थन में सामने आते हुए जेटली ने कहा कि यह एक ‘‘सत्यपूर्ण’’ खुलासा है। उन्होंने सवाल किया कि किसी कानूनी संबंध, भले ही वह व्यवहार में चल आया हो या नहीं, का खुलासा कब से राजनीतिक मुद्दा बनने लगा। जेटली ने बाद में कहा, ‘‘राहुल गांधी की पार्टी के कई सारे लोग जो राजनीति में हैं और उनके अवैध संबंध हैं...क्या राहुल ने उनसे इन संबंधों का खुलासा करने को कहा है। यदि वह यह सब नहीं कर रहे हैं तो वह इस बात को लेकर कैसे परेशान हो सकते हैं कि मोदी ने एक वैध संबंध का खुलासा कैसे किया है। ऐसा है तो लोगों को अवैध संबंधों के बारे में जानना के भी अधिकार है।’’ राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने सवाल किया कि क्यों राहुल गांधी एक ऐसे नेता नहीं बन पाये हैं जो देश भर में स्वीकार्य हो। उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेसी जनों को इस पर विचार करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी की संवाद दक्षता को अधिक से अधिक साधारण कहा जा सकता है। औसत सामान्य नागरिकों को तो जाने दीजिये कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी प्रेरित करने की उनकी क्षमता पर सवालिया निशान हैं। लेकिन उन्होंने जो ताजा हताशा प्रदर्शित की है उससे यह आश्चर्य होता है कि क्या उनके बोलने का स्तर प्रधानमंत्री के अनुरूप है।’’ भाजपा नेता ने मोदी द्वारा अपनी शादी का खुलासा करने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह बात सार्वजनिक तौर पर पर्याप्त रूप से लोगों को मालूम थी कि नरेन्द्र मोदी और उनकी ‘‘पत्नी’’ को किशोर वय में शादी करनी पड़ी थी और वे कभी साथ नहीं रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी स्वयं आध्यात्मिक एवं राजनीतिक गतिविधियों में लग गये। महिला अपने अभिभावकों के साथ रहने लगी और स्कूल अध्यापिका के रूप में काम करने लगी। हर प्रकार से महिला की टिप्पणियां बेहद मर्यादित रही हैं।’’ जेटली ने कहा कि नामांकन पत्र के साथ हलफनामा उच्चतम न्यायालय के आदेश के आधार पर दाखिल किया जाता है। यह आदेश मतदाताओं को अपने उम्मीदवारों के निजी जीवन के बारे में जानने के अधिकार के तहत दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि विवाह व्यवहार में नहीं आया, तत्कालीन कानून के तहत नरेन्द्र मोदी ने पूर्व में अपनी पत्नी के नाम और संपत्ति के कालम को खाली छोड़ दिया था।’’ (एजेंसी)

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