पार्टी कहती तो रायबरेली से भी चुनाव लड़ती : उमा
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पार्टी कहती तो रायबरेली से भी चुनाव लड़ती : उमा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता उमा भारती ने शनिवार को कहा कि बाबा रामदेव का वह बहुत सम्मान करती हैं। बाबा के सुझाव पर भाजपा की निर्वाचन कमेटी के समक्ष रायबरेली से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव रखा गया था, जो असाधारण और काफी गंभीर था। भाजपा निर्वाचन कमेटी यदि निर्देश देती तो वह रायबरेली से भी चुनाव मैदान में उतर जाती।

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ललितपुर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता उमा भारती ने शनिवार को कहा कि बाबा रामदेव का वह बहुत सम्मान करती हैं। बाबा के सुझाव पर भाजपा की निर्वाचन कमेटी के समक्ष रायबरेली से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव रखा गया था, जो असाधारण और काफी गंभीर था। भाजपा निर्वाचन कमेटी यदि निर्देश देती तो वह रायबरेली से भी चुनाव मैदान में उतर जाती।
झांसी से भाजपा प्रत्याशी उमा भारती ने कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि 19 मार्च को ललितपुर में सम्मेलन के बाद वह नागपुर गई हुई थीं, जहां से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी चुनावी मैदान में हैं। उन्होंने नितिन गडकरी की दो जनसभाओं में भाग लिया। इसके बाद वह भोपाल पहुंची जहां उन्होंने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराया और स्वास्थ्य को लेकर जो भी भ्रांतियां थीं, उन्हें दूर किया गया।
उमा ने का कि वह उत्तराखंड चुनाव प्रभारी भी हैं, इसलिए वह हरिद्वार से चुनाव लड़ सकती थीं, लेकिन वहां पर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल `निशंक` को चुनावी मैदान में उतारा गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा चेहरा माने जाने वाले सतपाल महाराज के कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होना इस बात का प्रतीक है कि अब देश में परिवर्तन की लहर चल रही है। उमा ने कहा कि यदि बाबा रामदेव के प्रस्ताव पर भाजपा उन्हें रायबरेली से चुनाव मैदान में उतारती तो वह वहां से और झांसी, दोनों जगहों से चुनाव लड़तीं। उन्होंने कहा कि रायबरेली राजीव गांधी व इंद्रिरा गांधी के समय वीआईपी सीट थी, लेकिन वर्तमान में बुंदेलखंड के गरीब परिवारों से अधिक गरीब परिवार रायबरेली में मौजूद हैं, इसलिए अब वह सीट वीआईपी नहीं रह गई है। बुंदेलखंड से अधिक पिछड़ापन रायबरेली में है।
भाजपा प्रत्याशी ने निर्वाचन आयोग द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के तबादलों पर कहा कि उत्तर प्रदेश की सत्ता में काबिज समाजवादी पार्टी की सरकार चुनाव जीतने के लिए डीएम व एसपी को भी दबाव में ले रही है, जिसका संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने निष्पक्षता से तबादले किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सपा के प्रत्याशी को निर्वाचन आयोग ने `ब्लैक लिस्टेड` कर रखा है। (एजेंसी)

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