ममता-मोदी के बीच राहुल को दिखा गठबंधन

राहुल गांधी ने आज कहा कि वह ममता बनर्जी और नरेन्द्र मोदी के बीच नया गठबंधन बनता देख रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने दावे को साबित करने के लिए अद्भुत व्याख्या दी।

कोलकाता/देबरा: राहुल गांधी ने आज कहा कि वह ममता बनर्जी और नरेन्द्र मोदी के बीच नया गठबंधन बनता देख रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने दावे को साबित करने के लिए अद्भुत व्याख्या दी।
राहुल ने एक चुनावी सभा में कहा, ‘अगर आप ममता के नाम का उच्चारण करें तो यह म-म-ता है। पहला म ममता है और दूसरा म मोदी है। गठबंधन होने वाला है।’ उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि पहले भी बनर्जी और भाजपा नीत राजग के बीच गठबंधन था जब यह गठबंधन सत्ता में था।
अपने पिता दिवंगत राजीव गांधी और बनर्जी के बीच अच्छे संबंधों को याद करते हुए राहुल ने अफसोस जताया कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने कांग्रेस को धोखा दिया। राहुल ने कहा, ‘ममता जी का मैं काफी सम्मान करता हूं। उन्होंने मेरे पिता के साथ काम किया था। मैं उनके खिलाफ जो भी कहता हूं सम्मान एवं प्यार के कारण बोलता हूं न कि गुस्से में। बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दिया और फिर हमारे साथ गठबंधन किया लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने हमें धोखा दिया।’
सारदा चिटफंड घोटाले का जिक्र करते हुए राहुल ने आरोप लगाए कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार घोटाले में शामिल लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, ‘ममताजी ने वाम शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, तब उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। लेकिन सत्ता में आने के बाद सारदा चिटफंड घोटाला हुआ जिसमें लाखों लोगों को लूटा गया.. राज्य सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए थी लेकिन इसने चुप्पी साधे रखी।’
राहुल ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती विवाद का भी जिक्र किया जिसमें राज्य सरकार कार्रवाई करने में विफल रही। उन्होंने कहा, ‘विपक्ष के नेता के रूप में ममता जी अच्छी थीं लेकिन राज्य सरकार चलाने में वह अक्षम हैं।’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आरोप लगाए कि राज्य सरकार खाद्य सुरक्षा अधिनियम और राज्य में सौ दिन काम योजना को भी लागू करने में विफल रही।
उन्होंने कहा, ‘गरीबों को भोजन मुहैया कराने के लिए हमने खाद्य सुरक्षा अधिनियम बनाया लेकिन टीएमसी सरकार इसे लागू करने में विफल रही।’ उन्होंने आश्चर्य जताया, ‘कांग्रेस शासित दूसरे राज्य 100 दिनों का काम मुहैया कराते हैं जबकि बंगाल केवल 35 दिनों का काम मुहैया कराता है। राज्य सरकार 100 दिनों का काम मुहैया कराने में क्यों विफल हो रही है।’ उन्होंने सत्तारूढ़ दल और पूर्ववर्ती वाम शासन पर राज्य में उद्योगों का विकास करने में विफल रहने के आरोप लगाए जिससे रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सकते थे।
इससे पहले घाटल संसदीय क्षेत्र के देबरा में एक सभा में राहुल ने आरोप लगाए कि सत्तारूढ़ दल केवल पार्टी के लिए काम कर रहा है और बदलाव लाने में विफल रहा है। राहुल ने कहा, ‘हम गरीबों के लिए काम करना चाहते हैं लेकिन यहां की सरकार पार्टी के लिए काम करती है। अगर आप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं हैं तो राज्य में आपको कोई लाभ नहीं मिल सकता।’
उन्होंने कहा, ‘अगर आप किसी दूसरे दल के हैं तो आपको पीटा जाएगा। आपको दबाया जाएगा और लोकतांत्रिक तरीके से काम नहीं होगा।’ उन्होंने आरोप लगाए कि कांग्रेस के जिन कार्यकर्ताओं को पहले वाम समर्थक पीटा करते थे उन पर अब सत्तारूढ़ दल के लोग हमला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह दुख की बात है कि लाल झंडे हटा दिए गए हैं। हरे झंडे आ गए हैं लेकिन राज्य में कुछ भी नहीं बदला है।’ उन्होंने इस आरोप का जवाब दिया कि केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल को धन मुहैया नहीं करा रही है। उन्होंने कहा, ‘हम दिल्ली से हजारों करोड़ रूपये भेजते हैं। हम जो धन भेजते हैं वह पिछली राजग सरकार की तुलना में पांच गुना ज्यादा है। वे 5000 करोड़ देते थे। हमने 26 हजार करोड़ दिए।’ (एजेंसी)

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