म्यूचुअल फंडों में राजनेताओं का भारी भरकम निवेश

सरकार और नियामक आम आदमी को म्यूचुअल फंडों में निवेश के लिए जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं सोनिया गांधी, राहुल गांधी व अरुण जेटली सहित कई राजनीतिज्ञों ने म्यूचुअल फंडों में लाखों रुपये का निवेश कर रखा है।

नई दिल्ली : सरकार और नियामक आम आदमी को म्यूचुअल फंडों में निवेश के लिए जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं सोनिया गांधी, राहुल गांधी व अरुण जेटली सहित कई राजनीतिज्ञों ने म्यूचुअल फंडों में लाखों रुपये का निवेश कर रखा है। इनके अलावा म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करने वालों में वरुण गांधी, अमर सिंह, शाजिया इल्मी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अंबिका सोनी और शशि थरूर भी शामिल हैं।

राजनीति के मैदान में नए-नए उतरे इन्फोसिस के पूर्व कार्यकारी वी. बालकृष्णन, पूर्व बैंकर मीरा सान्याल, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया तथा फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने भी म्यूचुअल फंडों में निवेश किया हुआ है। लोकसभा चुनाव लड़े रहे इन राजनीतिज्ञों द्वारा दिए गए हलफनामे के विश्लेषण से पता चलता है कि इन्होंने म्यूचुअल फंडों में अच्छा खासा निवेश किया है। इनमें से कई का निवेश लाखों में है, वहीं कुछ ने तो म्यूचुअल फंडों में करोड़ों रुपये लगाए हुए हैं। बहुत से राजनीतिज्ञ ऐसे भी हैं जिनका म्यूचुअल फंडों में निवेश हजारों रुपये में ही है।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह, समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव तथा भाजपा नेत्री उमा भारती ऐसे लोकसभा प्रत्याशी हैं जिन्होंने म्यूचुअल फंडों में कोई निवेश नहीं किया है।
म्यूचुअल फंड विभिन्न निवेशकों मसलन आम लोगों, बैंकों व कॉरपोरेट से निवेश जुटाते हैं और इस राशि का निवेश आगे शेयरों व बांडों में किया जाता है। निवेशकों का धन जिन प्रतिभूतियों में निवेश किया गया है उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें रिटर्न मिलता है। देश में कुल 45 कोष घराने कुल मिलाकर 9 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करते हैं।
सरकार व भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) पिछले कुछ साल से म्यूचुअल फंडों को प्रमुख निवेश उत्पाद के रूप में प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं। शेयरों व बांडों में सीधे निवेश के बजाय इन उत्पादों में निवेश कम जोखिम वाला होता है। बाजार नियामक सेबी, म्यूचुअल फंडों के लिए दीर्घावधि की नई नीति भी तैयार कर रहा है जिसके अंतर्गत निवेशकों को कर लाभ मिलेगा। सेबी को उम्मीद है कि इस क्षेत्र की परिसंपत्तियों का आधार अगले 5 साल में बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
विश्लेषण के अनुसार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने म्यूचुअल फंडों में जहां 81 लाख रुपये का निवेश किया है, वहीं संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन उत्पादों में 82 लाख रुपये का निवेश किया है। फतेहपुर सीकरी से राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी अमर सिंह ने म्यूचुअल फंडों में 6.27 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली का म्यूचुअल फंडों में निवेश 2 करोड़ रुपये का है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी की पत्नी ने इन उत्पादों में 2 लाख रुपये का निवेश किया है।
बिजली मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश 67 लाख रुपये है। दार्जिलिंग से चुनाव लड़ रहे पूर्व फुटबालर भूटिया ने म्यूचुअल फंडों में 4 लाख रुपये लगाए हैं। (एजेंसी)

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