बेंगलुरु : मंगल ग्रह पर अहम अनुसंधान के लिए भेजा गया देश का पहला मंगलयान बुधवार को पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर सूर्य की कक्षा में प्रवेश कर गया। मंगलयान को मंगल तक पहुंचने में 10 महीने लगेंगे।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने फेसबुक खाते पर जारी पोस्ट में कहा कि मंगलयान सुबह 1.14 बजे पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकल गया। पृथ्वी की कक्षा अंतरग्रहीय अंतरिक्ष में 9,25,000 किमी. तक फैली हुई है। पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलने का आशय यह है कि मंगलयान अब पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल से मुक्त हो गया और अब वह अगले वर्ष सितंबर तक मंगल तक पहुंचने के लिए सूर्य की कक्षा में 68 करोड़ किमी. की यात्रा करेगा।
बेंगलुरू में स्थित इंडियन टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क केंद्र और बेंगलुरू से 40 किमी. दूर ब्यालालू में स्थित इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क केंद्र के वैज्ञानिक सूर्य की कक्षा से गुजरने के दौरान मंगलयान की गतिविधि को नियंत्रित करेंगे और इसकी विभिन्न प्रणालियों पर नजर रखेंगे। अब तक दुनिया में सिर्फ रूस, अमेरिका और यूरोपियाई अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने ही इस तरह के मंगल अभियानों का संचालन किया है। (एजेंसी)
इसरो
मंगलयान ने सूर्य की कक्षा में किया प्रवेश
मंगल ग्रह पर अहम अनुसंधान के लिए भेजा गया देश का पहला मंगलयान बुधवार को पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर सूर्य की कक्षा में प्रवेश कर गया। मंगलयान को मंगल तक पहुंचने में 10 महीने लगेंगे।
Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.