पूर्व खिलाड़ियों ने भी श्रीनिवासन से पद छोड़ने को कहा
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पूर्व खिलाड़ियों ने भी श्रीनिवासन से पद छोड़ने को कहा

एन श्रीनिवासन पर बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने के लिये दबाव बढ़ गया है। पूर्व क्रिकेटरों और प्रशासकों ने मंगलवार को उनसे उच्चतम न्यायालय की इस सलाह का सम्मान करने के लिए कहा कि आईपीएल फिक्सिंग मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

नई दिल्ली : एन श्रीनिवासन पर बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने के लिये दबाव बढ़ गया है। पूर्व क्रिकेटरों और प्रशासकों ने मंगलवार को उनसे उच्चतम न्यायालय की इस सलाह का सम्मान करने के लिए कहा कि आईपीएल फिक्सिंग मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
पूर्व क्रिकेटरों मोहिंदर अमरनाथ, बिशन सिंह बेदी और राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष किशोर रूंगटा ने कहा कि श्रीनिवासन को अब पद छोड़ देना चाहिए। बीसीसीआई उपाध्यक्ष शिवलाल यादव ने भी कहा कि वे उच्चतम न्यायालय की सलाह पर अमल करेंगे। यादव ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय ने आदेश दे दिया है और इसे कोई चुनौती नहीं दे सकता। हमें इसका सम्मान करना होगा। चूंकि न्यायालय ने फैसला दिया है तो इसका प्रतिकार करने या इस पर राय देने का सवाल ही नहीं उठता। बीसीसीआई इस पर अमल करेगी।’
यह पूछने पर कि क्या वह पद संभालने को तैयार हैं, उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल। मैं किसी भी जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हूं।’ पूर्व क्रिकेटर और भारत की 1983 विश्व कप जीत के नायक अमरनाथ ने कहा कि खेल किसी भी व्यक्ति से बड़ा है और भारतीय क्रिकेट के हित में श्रीनिवासन को इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘खेल के हित में उन्हें पद छोड़कर जांच पूरी होने देना चाहिए। उन्हें कानून और उच्चतम न्यायालय की सलाह का सम्मान करना चाहिे।’ बेदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘बीसीसीआई और गर्त में. शुक्रिया उच्चतम न्यायालय। श्रीनिवासन को पद छोड़ना चाहिए क्योंकि सबसे अहम क्रिकेट है। बीसीसीआई और आईसीसी में उनके तमाम घनिष्ठ लोगों को क्या हुआ। वाह सुप्रीम कोर्ट।’ अपने दूसरे ट्वीट में बेदी ने लिखा, ‘जस्टिस एम मुद्गल ने भ्रष्ट संस्कृति को खत्म करने के लिए प्रभावी ढंग से भारतीय क्रिकेट जगत में उपस्थिति दर्ज कराई।’
रूंगटा ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि उच्चतम न्यायालय ने उन्हें इस्तीफा देने को कहा। यह उनका अहंकार ही है कि वह अभी तक बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आचार समिति (पूर्व में) ने कहा था कि बोर्ड का कोई भी सदस्य किसी आईपीएल टीम से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से नहीं जुड़ा होगा। श्रीनिवासन अपवाद बने जो गलत था।’ श्रीनिवासन ने आईपीएल फिक्सिंग मामले में अपने दामाद गुरूनाथ मयप्पन का नाम उजागर होने के बाद जून 2013 में इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद बोर्ड के पूर्व प्रमुख जगमोहन डालमिया को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया लेकिन सितंबर 2013 में बोर्ड की एजीएम में श्रीनिवासन फिर अध्यक्ष बन गए। (एजेंसी)

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