बीआरओ के 2 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट
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बीआरओ के 2 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ, 2009 में एक कंपनी से ज्यादा कीमत पर टेलीफोन एक्सचेंजों की खरीद करने के लिए शिमला की अदालत में एक आरोप पत्र दायर कर दिया है।

शिमला : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ, 2009 में एक कंपनी से ज्यादा कीमत पर टेलीफोन एक्सचेंजों की खरीद करने के लिए शिमला की अदालत में एक आरोप पत्र दायर कर दिया है। यह जानकारी जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बुधवार को दी। बीआरओ के दोनों अधिकारी -ब्रिगेडियर जे. के. नारंग और लेफ्टिनेंट कर्नल चंचल झाम्ब- प्रोजेक्ट दीपक के शिमला मुख्यालय में तैनात थे, जब उन्होंने इन उपकरणों की खरीद की थी।
सीबीआई के पुलिस अधीक्षक आर. उपासक ने आईएएनएस को बताया कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ मंगलवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश पी. एस. राणा की अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया। उपासक ने कहा कि पूर्व में शिमला में मुख्य अभियंता के रूप में पदस्थ रहे ब्रिगेडियर नारंग, लेफ्टिनेंट कर्नल झाम्ब और नई दिल्ली की सीमेंस इंटरप्राइजेज कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के खिलाफ पिछले साल फरवरी में मामला दर्ज किया गया था।

सीबीआई ने दोनों अधिकारियों पर 2009 में सीमेंस इंटरप्राइजेज से 1.25 करोड़ में 14 टेलीफोन एक्सचेंज की खरीद करने का आरोप लगाया है, जिससे केंद्र को 61.69 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। इन एक्सचेंजों को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीआरओ के कार्यालयों में लगाया गया था।
सीबीआई पिछले वर्ष ब्रिगेडियर नारंग के उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित मकान की तलाशी के दौरान 1.33 लाख रुपये नकद, 30 लाख रुपये से ज्यादा बैंक अकाउंटों में, 15 लाख रुपये मुचुअल फंड में और एक लाकर में 500,000 रुपये मूल्य के जेवरात बरामद किए थे। इसके अलावा उनके नाम पर चार जगहों पर जमीन, दो फ्लैट, एक दो मंजिला इमारत का भी पता चला, जिनकी कीमत 1.50 करोड़ से ज्यादा होगी।
रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत बीआरओ देश के प्रमुख राजमार्गो के रखरखाव का काम देखता है। हिमाचल में प्रोजेक्ट दीपक के तहत 475 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के मनाली-सरचु (222 किलोमीटर) राजमार्ग की देखरेख का जिम्मा है। (एजेंसी)

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