आंध्र प्रदेश, ओडिशा के नजदीक पहुंचा ‘सुपर स्टार्म’, सुरक्षित जगह पहुंचाए गए हजारों लोग
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आंध्र प्रदेश, ओडिशा के नजदीक पहुंचा ‘सुपर स्टार्म’, सुरक्षित जगह पहुंचाए गए हजारों लोग

चक्रवात ‘फैलिन’ शनिवार की शाम ओडिशा में गोपालपुर के नजदीक पहुंचने से पहले 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ विराट चक्रवात (सुपर साइक्लोन) में तब्दील हो रहा है। साइक्लोन से निपटने के लिए ओडिशा और आंध्र प्रदेश सरकारें व्यापक कदम उठा रही हैं।

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ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी
भुवनेश्वर/हैदराबाद : चक्रवात ‘फैलिन’ शनिवार की शाम ओडिशा में गोपालपुर के नजदीक पहुंचने से पहले 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ विराट चक्रवात (सुपर साइक्लोन) में तब्दील हो रहा है। साइक्लोन से निपटने के लिए ओडिशा और आंध्र प्रदेश सरकारें व्यापक कदम उठा रही हैं।
मौसम विभाग ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह जारी की है। ओडिशा सरकार ने जीरो कैजुअलिटी टारगेट सेट किया है। जबकि आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से 64000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
एहतियाती उपायों के अलावा वायु सेना के दो सी130जे हरक्यूलिस विमानों, दो एएन-एन-32 और 18 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने कहा, ‘अमेरिकी नौसेना ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि हवाओं की रफ्तार 240 किलोमीटर प्रति घंटे से ऊपर की होगी। इसलिए, चक्रवात हमारे लिए किसी विराट चक्रवात से कम नहीं है।’
महापात्र ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 1999 की आपदा को विराट चक्रवात घोषित किया था क्योंकि हवाएं 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को पार कर गई थीं।
उन्होंने कहा, ‘अब भी ऐसा ही समय है जब हवाओं की गति पूर्व के विराट चक्रवात से ज्यादा भिन्न नहीं है।’
चक्रवात उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा और 12 अक्तूबर की शाम तक ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ के रूप में हवाओं की निरंतर अधिकतम गति 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ ओडिशा के गोपालपुर के नजदीक कलिंगपट्टनम और पारादीप के बीच उत्तरी आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा तट को पार करेगा। इस दौरान समुद्र में करीब 2 से 2.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘तूफान की तीव्रता पिछले कुछ घंटों में बढ़ी है। यद्यपि यह अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान है, लेकिन अभी इसे विराट चक्रवात (सुपर साइक्लोन) नहीं कहा जा सकता। हम इस पर करीब से नजर रखे हुए हैं।’
चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ के शनिवार शाम तक ओडिशा में गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के बीच बंगाल की खाड़ी के तट तक पहुंचने की संभावना है जिसके बाद आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम जिलों में करीब 64 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
आंध्र प्रदेश के राजस्व मंत्री एन रघुवीर रेड्डी ने कहा कि तूफान के तट पर पहुंचने पर 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कई बार हवाओं की गति 235 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है और 25 सेंटीमीटर तक की भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।’ फैलिन अभी विशाखापत्तनम से करीब 500 किलोमीटर दूर मौजूद है।
उन्होंने कहा, ‘समुद्र की लहरें तीन मीटर तक ऊंची हो सकती हैं।’ मंत्री के अनुसार उन्होंने तटीय जिलों के कलेक्टरों से बात की और उन्हें सतर्क रहने को कहा।
सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के जवानों ने पहले ही संवेदनशील तटीय जिलों में स्थिति संभाल ली है वहीं पुलिस महानिरीक्षक (उत्तर तटीय क्षेत्र) सी द्वारका तिरमाला राव को अन्य विभागों के साथ समन्वय करने को कहा है ताकि आपात स्थिति में प्रभावी तरीके से संचार हो सके।
रघुवीर ने कहा कि 90 के दशक के अंत में सुपर साइक्लोन आया था और फैलिन की तीव्रता भी उतनी हो सकती है। हम तूफान को तो नहीं रोक सकते लेकिन हम सामूहिक प्रयासों से नुकसान को कम कर सकते हैं। उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों की जनता से प्रशासन की सलाह पर अमल करने को कहा।
रघुवीर ने कहा, ‘लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।’

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