तीव्र हुआ साइक्‍लोन फैलिन, तेजी से बढ़ रहा है ओडिशा की ओर
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तीव्र हुआ साइक्‍लोन फैलिन, तेजी से बढ़ रहा है ओडिशा की ओर

बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्‍लोन तूफान और गहराता जा रहा है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को `फैलिन` तेजी से आंध्र प्रदेश और ओडिशा की ओर बढ़ रहा है। शनिवार शाम तक यह तूफान कीलगपट्टनम और पारादीप में होगा। तूफान की वजह से आंध्र के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है।

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ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
भुवनेश्‍वर/हैदराबाद : बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्‍लोन तूफान और गहराता जा रहा है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को `फैलिन` तेजी से आंध्र प्रदेश और ओडिशा की ओर बढ़ रहा है। शनिवार शाम तक यह तूफान कीलगपट्टनम और पारादीप में होगा। तूफान की वजह से आंध्र के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यह तूफान और तेजी पकड़ेगा, जिसकी वजह से 175 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग के मुताबिक, ये तूफान लगातार उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। प्रशासन की ओर से दोनों राज्यों में चेतावनी जारी की गई है। ओडिशा के 14 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन के अलावा सेना और वायुसेना को भी मदद के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
इससे पहले, समुद्र के ऊपर कई घंटों तक स्थिर रहने के बाद चक्रवाती तूफान फैलिन तीव्र हो गया। फैलिन थोड़ा पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ रहा है और यह पारादीव के दक्षिण पश्चिम में करीब 850 किलोमीटर में केंद्रित है। मौसम विभाग के बुलिटेन के अनुसार चक्रवात कलिंगपटटनम के पूर्व दक्षिण-पूर्व में 900 किलोमीटर और विशाखापट्टनम के पूर्व-दक्षिण पूर्व में 950 किलोमीटर में भी स्थित है।
बुलेटिन में कहा गया कि यह आगामी 12 घंटों में प्रचंड चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। यह पश्चिमोत्तर की ओर बढना जारी रखेगा। यह 12 अक्टूबर की रात को कलिंगपटटनम और पारादीप के बीच ओडिशा तट और उत्तरी आंध्र प्रदेश को 175-185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ पार करेगा।
चक्रवात के प्रभाव के कारण ओडिशा के कई इलाकों में आगामी 24 घंटों में भारी वर्षा होने की संभावना है। पारादीप और गोपालपुर बंदरगाहों पर डिस्टेंट वार्निंग सिगनल नंबर दो (डीडब्ल्यू-दो) को रखा गया है। ओडिशा के तट पर आगामी 12 घंटों के बाद तूफानी मौसम रहेगा।

बुलेटिन में बताया गया कि गहरे समुद्र में गए मछुआरों को तत्काल तट पर लौटने को कहा गया है। समुद्र में 12 घंटों के बाद कठिन से बेहद कठिन परिस्थितियां रहेंगी।

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