जगन ने मोदी को दी भाजपा में बदलाव लाने की सलाह

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने आंध्रप्रदेश के विभाजन के केंद्र के ‘एकपक्षीय’ फैसले के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया और कहा कि उनकी पार्टी केंद्र के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।

ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी
हैदराबाद : वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने आंध्रप्रदेश के विभाजन के केंद्र के ‘एकपक्षीय’ फैसले के खिलाफ शनिवार को अपने आवास पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया और कहा कि उनकी पार्टी केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।
जगन ने आंध्र प्रदेश के राजनीतिक दलों को राज्य के विभाजन की खिलाफत करने की अपील की है। जगन ने पूछा कि राज्य विधानसभा के प्रस्ताव के बिना केंद्र सरकार राज्य के बंटवारे के बारे में निर्णय कैसे कर सकती है।
जगन ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि राहुल को पीएम बनाना सोनिया की सबसे बड़ी गलती होगी। जगन ने कहा कि यह अलोकतांत्रिक तरीका होगा। साथ ही उन्होंने भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को सलाह भी दी।
जगन ने नरेंद्र मोदी को भाजपा में बदलाव करने की सलाह दी। रेड्डी ने कहा कि आज की पीढ़ी शांति और विकास चाहती है। जगन ने सलाह देते हुए कहा कि भाजपा को मुस्लिम समुदाय तक अपनी पहुंच बनानी चाहिए और उसे धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी राजनीतिक दलों को धर्मनिरपेक्ष देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि भाजपा बदले। मैं चाहता हूं कि मोदी भाजपा में बदलाव लाएं।’
जगन ने यहां ‘दीक्षा’ शिविर में कहा, ‘हम केंद्र के (आंध्रप्रदेश को विभाजित करने के) फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के विभाजन में ‘कानूनी समस्याएं’ हैं। उन्होंने इस बात पर हैरत जताई कि छह सप्ताह में केंद्र कैसे समाधान खोज सकता है।
जगन ने सवाल किया, ‘जिस एकपक्षीय तरीके से केंद्र काम कर रहा है उसका हम विरोध करते हैं। राज्य विधानसभा में प्रस्ताव लाए बिना केंद्र सरकार राज्य के विभाजन की प्रक्रिया पर कैसे आगे बढ़ सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने राज्य में प्रस्ताव पारित हुए बिना विभाजन के बारे में कभी नहीं सुना।’
कडप्पा के सांसद ने पूछा कि जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप पर (दागी सांसदों, विधायकों को बचाने के लिए लाया जा रहा) अध्यादेश वापस लिया जा सकता है तो केंद्र को अपना फैसला क्यों नहीं बदलना चाहिए जबकि राज्य में विभाजन को लेकर कोई खुशी नहीं है।
यह दूसरा मौका है जब जगन इस मौके पर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं। पिछले महीने वह चंचलगुडा जेल में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। वहां वह अपने खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोपों में विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद थे, लेकिन पांचवें दिन इसे विफल कर दिया गया था।
अब केंद्रीय मंत्रिमंडल के राज्य के विभाजन को मंजूरी देने के बाद उन्होंने केंद्र और कांग्रेस पर बहुसंख्यक जनता की चिंताओं का निराकरण किए बिना विभाजन प्रक्रिया पर आगे बढ़ने का दोषारोपण करते हुए फिर से अपना आंदोलन शुरू कर दिया है। जगन को हाल में ही जमानत मिली है।
हजारों वाईएसआरसी कार्यकर्ता उनके लोटस पॉन्ड स्थित आवास पर जुटे। उन्होंने सुबह साढ़े 11 बजे आंदोलन शुरू किया। उन्होंने अपने दिवंगत पिता वाई एस राजशेखर रेड्डी की प्रतिमा को श्रद्धांजलि देने के बाद आंदोलन शुरू किया। पार्टी सांसद मेकापति राजमोहन रेड्डी और अन्य नेता विशेष तौर पर तैयार दीक्षा प्लेटफॉर्म पर उनके साथ थे।

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