मायावती ने अपने जन्‍मदिन पर किया चुनावी शंखनाद; बीजेपी, सपा और कांग्रेस पर साधा निशाना
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मायावती ने अपने जन्‍मदिन पर किया चुनावी शंखनाद; बीजेपी, सपा और कांग्रेस पर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को कांग्रेस, बीजेपी और समाजवादी पार्टी पर चौतरफा हमला करते हुए कहा कि बसपा के बढ़ते वर्चस्व को रोकने के लिए तीनों पार्टियों अंदरखाते एक हो गई हैं। अपने 58वें जन्मदिन पर रमाबाई अंबेडकर मैदान में आयोजित बसपा की राष्ट्रीय सावधान रैली में मायावती ने कहा कि बसपा के खिलाफ अपने राजनीतिक विरोधियों पर जमकर बरसीं।

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ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को कांग्रेस, बीजेपी और समाजवादी पार्टी पर चौतरफा हमला करते हुए कहा कि बसपा के बढ़ते वर्चस्व को रोकने के लिए तीनों पार्टियों अंदरखाते एक हो गई हैं। अपने 58वें जन्मदिन पर रमाबाई अंबेडकर मैदान में आयोजित बसपा की राष्ट्रीय सावधान रैली में मायावती ने कहा कि बसपा के खिलाफ अपने राजनीतिक विरोधियों पर जमकर बरसीं। उन्‍होंने यह भी कहा कि बसपा उत्तर प्रदेश या राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन करने नहीं जा रही है। पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
बसपा प्रमुख मायावती ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2003 में राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के लिए दबाव बनाने के लिए सीबीआई का दुरूपयोग किया था। मायावती ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुझे परेशान करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने मुझे आय से अधिक मामले में गलत तरीके फंसाया। मुझे परेशान करने के लिए सीबीआई को लगाया गया। इसके बावजदू मैं नहीं डरी। मैं एक स्वाभिमानी लड़की हूं। उस समय तय कर लिया था कि चाहे जेल ही क्यों न जाना पड़े, कभी भी इन सांप्रदायिक शक्तियों से हाथ नहीं मिलाऊंगी।
मायावती ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जनसभाओं में झूठे लोकलुभावन वादे कर रहे हैं। मोदी गुजरात के पैटर्न पर देश का विकास करने का वादा करते हैं, जबकि गुजरात में हर तीसरा बच्चा कुपोषित है। ऐसे में मोदी पूरे देश का कैसे ध्यान रख सकेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सपा शासन में उत्तर प्रदेश ‘क्राइम प्रदेश’ बन गया है। सपा सरकार ने सत्ता में आते ही बसपा की कई जनहित योजनाओं का बंद कर दिया। लोकसभा चुनाव में बसपा किसी भी पार्टी के साथ समझौता नहीं करेगी। उन्होंने बसपा को इन चुनावों में विजयी बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से जीजान से जुट जाने का आह्वान किया। बसपा अध्‍यक्ष ने यह भी कहा कि जनता से पूछकर घोषणापत्र बनाना नौटंकी है। उन घोषणापत्र पर 50 फीसदी पर भी काम होता तो देश का भला होता।
अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि यूपी में चारों तरफ भ्रष्टाचार और लूट का बोलबाला है। सपा ने अपने फायदे के लिए मुजफ्फरनगर में दंगे होने दिए। मायावती ने आरोप लगाया कि 2012 में जब विधानसभा चुनाव का परिणाम आया, तो हमने आपको बताया कि विरोधी पार्टियों ने अंदर-अंदर मिलकर, एक होकर चुनाव लड़ा और बीएसपी को सत्ता में आने से रोका।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा मुसलमानों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। उनका नाम आईएसआई से जोड़ा जा रहा है। सपा मुस्लिम समाज के अधिकारी को डीजीपी और मुख्य सचिव बना रही है, मगर मुसलमानों का शोषण बंद नहीं हुआ है। यहां अधिकारियों के ऊपर सपा के गुंडे माफिया हावी हैं। इन पर सपा का भी कोई नियंत्रण नहीं है। मुजफ्फरनगर दंगों में दलितों ने मुसलमानों को अपने परिवार का अंग मानकर हर तरह से मदद की। मायावती ने कहा कि यूपी के दलित वर्ग की मैं सराहना करती हूं कि सपा राज के उत्पीड़न के बाद भी उन्होंने मुझ पर भरोसा नहीं खोया।
मायावती ने कहा कि केंद्र में यूपीए सरकार की गलत नीतियां हैं. हर धर्म और जाति के लोग परेशान हैं। यूपीए सरकार के दौरान भ्रष्टाचार हर स्तर पर चरम सीमा पर पहुंच गया है। गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई बढ़ रही है। देश की सीमाएं भी पूरी तौर पर सुरक्षित नहीं हैं, इसीलिए आए दिन आतंकवादी आते हैं, गंभीर वारदातें होती हैं। विदेश नीति भी ढुलमुल है, इसके चलते यहां के अपने लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि देश में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को भी पूरी ईमानदारी से लागू करेंगे। ओबीसी वर्गों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।

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