मराठों, मुसलमानों के लिए कोटा से गठबंधन को फायदा होगा: पवार

शरद पवार ने बेबाकी बरतते हुए माना है कि मराठों, मुसलमानों के लिए हाल में घोषित कोटा से सत्तारूढ़ कांग्रस-राकांपा गठबंधन को फायदा होगा। पवार ने पश्चिमी महाराष्ट्र के कराड में पत्रकारों से कहा, ‘क्या गलत है अगर फैसले से हमें चुनाव में फायदा होता हो? हम साधुओं और संतों के समूह नहीं हैं।’ राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘कोटा की मांग पुरानी है। फैसला संभावित सियासी फायदे को दिमाग में रख कर नहीं किया गया है। बहरहाल, अगर (हमें फैसला से)  फायदा होता है तो अच्छा है। ’

मुंबई: शरद पवार ने बेबाकी बरतते हुए माना है कि मराठों, मुसलमानों के लिए हाल में घोषित कोटा से सत्तारूढ़ कांग्रस-राकांपा गठबंधन को फायदा होगा। पवार ने पश्चिमी महाराष्ट्र के कराड में पत्रकारों से कहा, ‘क्या गलत है अगर फैसले से हमें चुनाव में फायदा होता हो? हम साधुओं और संतों के समूह नहीं हैं।’ राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘कोटा की मांग पुरानी है। फैसला संभावित सियासी फायदे को दिमाग में रख कर नहीं किया गया है। बहरहाल, अगर (हमें फैसला से)  फायदा होता है तो अच्छा है। ’

पत्रकारों ने जब महाराष्ट्र मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को बदले जाने के बारे में हालिया रिपोटरें के बारे में पूछा तो पवार ने कहा, ‘राकांपा ने इस तरह की कोई मांग नहीं की है।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने दो तीन बार (इस मुद्दे पर) मुझसे चर्चा की। शायद उनके दिमाग में कुछ है। मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता।’

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद विधानसभा चुनाव पर आंखें लगाए कांग्रेस-राकांपा सरकार ने बुधवार को सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में मराठों के लिए 16 प्रतिशत और मुसलमानों के लिए 5 प्रतिशत आरक्षण स्वीकार किया। राजनीतिक रूप से प्रभावशाली मराठा समुदाय और मुस्लिम समुदाय के लिए 21 प्रतिशत अतिरिक्त कोटे को मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने से महाराष्ट्र में रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण 73 प्रतिशत पहुंच जाएगा।

मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ‘मराठा समुदाय को शैक्षिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़ा माना जा रहा है और 16 प्रतिशत कोटा उनके लिए तय किया गया है। मुसलमानों के लिए कोटा धार्मिक आधार पर नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन की कसौटी पर है।’ चव्हाण ने कहा कि प्रावधान ‘‘तत्काल’’ प्रभाव से लागू होंगे और अन्य तबकों के लिए मौजूदा 52 प्रतिशत कोटा का अतिक्रमण नहीं करेंगे।

 

 

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