तेलंगाना: सरकार-कर्मचारियों की वार्ता विफल, आंदोलन जारी
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तेलंगाना: सरकार-कर्मचारियों की वार्ता विफल, आंदोलन जारी

आंध्र प्रदेश के महत्वपूर्ण बिजली क्षेत्र सहित अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारियों ने गुरुवार को कहा कि तेलंगाना के गठन को लेकर उनकी हड़ताल जारी रहेगी क्योंकि इस मुद्दे पर सरकार के साथ उनकी बातचीत नाकाम रही है।

हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के महत्वपूर्ण बिजली क्षेत्र सहित अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारियों ने गुरुवार को कहा कि तेलंगाना के गठन को लेकर उनकी हड़ताल जारी रहेगी क्योंकि इस मुद्दे पर सरकार के साथ उनकी बातचीत नाकाम रही है।
कैबिनेट की एक उपसमिति और फिर मुख्यमंत्री एन किरन कुमार रेड्डी से बातचीत करने वाले आंध्र प्रदेश अराजपत्रित अधिकारी संघ और बिजली कर्मचारी संयुक्त कार्रवाई समिति ने तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त करने से इंकार कर दिया जब तक केन्द्र से राज्य के विभाजन के कदम को वापस लेने का स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया जाता। तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के कर्मचारी हड़ताल के साथ कड़ा रूख अपनाये हुए हैं क्योंकि माना जा रहा है कि वे कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं के दावों से नाराज हैं।
राज्य सरकार के साथ कल और आज बातचीत में कर्मचारियों का कड़ा रूख साफ झलका और कर्मचारियों ने घोषणा की कि हड़ताल जारी रहेगी। हालांकि मुख्यमंत्री रेड्डी ने उन्हें यह भी आश्वस्त करने का प्रयास किया था कि जब तक वह मुख्यमंत्री हैं तब तक वह राज्य का विभाजन नहीं होने देंगे लेकिन कर्मचारी संगठन संतुष्ट नहीं हुए।
आशा की एकमात्र किरण यह है कि कर्मचारियों ने प्रस्ताव दिया कि वे दो तीन दिन में अपने संगठनों में सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और फिर कैबिनेट की उपसमिति में लौटेंगे। बीते तीन दिन से जारी बिजली कर्मचारियों के आंदोलन ने तटीय आंध्र और रायलसीमा के सभी 13 जिलों में अंधकार छा गया है और हैदराबाद भी बिजली की कमी से जूझ रहा है। सूत्रों ने कहा कि कर्मचारियों ने कड़ा रूख इसलिए अपनाया क्योंकि नयी दिल्ली में कांग्रेसी नेता प्रदेश के विभाजन को लेकर विरोधाभासी दावे कर रहे हैं।
सचिवालय सीमांध्र कर्मचारी संघ के नेता मुरली कृष्ण ने कहा कि दिल्ली में नेता हर दिन अलग अलग दावे कर रहे हैं। (एजेंसी)

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