कोलाघाट (प. बंगाल) : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक बार फिर साफ किया कि उद्योग स्थापित करने के लिए भूमि का जबरन अधिग्रहण नहीं किया जाएगा।
पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम जबरन भूमि पर कब्जा के खिलाफ हैं। पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में हल्दिया विकास प्राधिकरण और डब्ल्यूबीआईडीसी के पास भूमि बैंक है। हम वहां से परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटित करेंगे।’ बनर्जी ने कहा कि हल्दिया में सूचना प्रौद्योगिकी का केंद्र और औद्योगिक पार्क स्थापित किया जाएगा।
बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि वह सिंगापुर की यात्रा करेंगी। वहां राज्य के लिए एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल निवेश आकर्षित करेगा। उन्होंने कहा, ‘हमने राज्य के लिए राजस्व को बढ़ा दिया है। औद्योगिक क्षेत्र में हमारा जीएसडीपी वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।’ उन्होंने कहा कि राज्य अब कई परियोजनाओं के मामले में नंबर एक बन गया है।
उन्होंने कहा, ‘100 दिन की काम योजना के मामले में हम 17वें रैंक से पहले पायदान पर आ गए हैं।’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना’ के लिए महज 100 करोड़ रुपए आवंटित करने के लिए केंद्र पर भी हमला किया। बनर्जी ने कहा, ‘प्रत्येक राज्य को सिर्फ 3 करोड़ रुपए मिलेंगे लेकिन हमारी आबादी 8 करोड़ है। हम उससे क्या करेंगे। च्विंगम खरीदेंगे।’
उन्होंने कहा कि इसी तरह की ‘कन्याश्री’ परियोजना के तहत राज्य ने 1000 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समूचे राज्य में 500 मार्केंटिंग केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया में है। उसके जरिए एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
बनर्जी ने कहा, ‘मार्केटिंग केंद्रों का नाम ‘कर्म तीर्थ’ रखा जाएगा। उनमें से 50 तैयार हैं और शीघ्र उसका उद्घाटन किया जाएगा। शेष को जल्द पूरा किया जाएगा।’ पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के लिए उन्होंने कहा कि उन्होंने बाढ़ नियंत्रण परियोजना शुरू की है जिसके लिए आईआईटी खड़गपुर को एक योजना तैयार करने को कहा गया है।