वाहन मिशन योजना 2016-26 को अंतिम रूप 2015 के मध्य तक
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वाहन मिशन योजना 2016-26 को अंतिम रूप 2015 के मध्य तक

वाहन मिशन योजना तैयार की जा रही है और अगले साल के मध्य तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। यह योजना 2016 से शुरू हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले सप्ताह शुरू हुए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत वाहन के लिए खंडवार दस्तावेज के मुताबिक फिलहाल वाहन उद्योग के लिए मिशन योजना तैयार की जा रही है।

नई दिल्ली : वाहन मिशन योजना तैयार की जा रही है और अगले साल के मध्य तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। यह योजना 2016 से शुरू हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले सप्ताह शुरू हुए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत वाहन के लिए खंडवार दस्तावेज के मुताबिक फिलहाल वाहन उद्योग के लिए मिशन योजना तैयार की जा रही है।

दस्तावेज के मुताबिक ‘2016-26 की अवधि के दौरान वाहन मिशन योजना तैयार हो रही है और इसे 2015 के मध्य तक अंतिम स्वरूप दिया जाएगा।’ साल 2006 में घोषित वाहन मिशन योजना 2006-16 के तहत भारत को वाहन एवं वाहन के कलपुर्जे के डिजाइन और विनिर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत वाहन और वाहन कलपुर्जे का उत्पादन 145 अरब डालर पर पहुंचाने की योजना बनाई गई है जो देश के सकल घरेलू उत्पाद के 10 प्रतिशत से अधिक है।

इस योजना में 2016 तक भारतीय वाहन बाजार द्वारा 2.5 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन की संभावना व्यक्त की गई थी। हालांकि, उद्योग संगठन सियाम ने घोषणा की थी कि पिछले तीन साल में आर्थिक नरमी के कारण उद्योग, वाहन मिशन योजना 2016 में तय लक्ष्य का 25 प्रतिशत हासिल नहीं कर पाएगा। वाहन उद्योग का सकल घरेलू उत्पाद में फिलहाल करीब 7 प्रतिशत का योगदान है और इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरीके से करीब 1.9 करोड़ लोग जुड़े हैं।

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