बगदाद : रूस से लड़ाकू विमान सुखोई मिलने के साथ ही इराकी सेना ने पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के गृहनगर तिकरित में आज जवाबी हमले तेज कर दिए। राजनयिक इसे सुन्नी उग्रवादियों के खिलाफ अस्तित्व की लड़ाई बता रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रविवार को सरकारी लड़ाकू विमानों ने हवाई हमले किए और शहर में भी संघर्ष शुरू हो गया है।
‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एण्ड द लेवांत’ के लड़ाकों ने पांच सप्ताह पहले राज्य हमले शुरू किए थे, उसके बाद इराकी सेना पहली बार इतना बड़ा अभियान चला रही है।
इराक में तेजी से फैल रहे संघर्ष से चिंतित दुनिया भर के नेताओं ने अप्रैल में हुए चुनाव के बाद सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज करने की मांग की है । उनका कहना है कि जातीय विभाजन गति प्राप्त किए इस संघर्ष को सैन्य तरीके नहीं सुलझाया जा सकता।
इराक के प्रधानमंत्री नुरी अल-मलिकी का कहना है कि इस संकट के समाधान के लिए राजनीतिक हल आवश्यक है। प्रधानमंत्री के रक्षा प्रवक्ता पिछले कई दिनों तक तिकरित अभियान में सफलता मिलने की बात करते रहे हैं। यह ना सिर्फ सामरिक दृष्टिकोण से बल्कि सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
लेफ्टिनेंट जनरल कासिम अता ने संवाददाताओं से कहा कि तिकरित के इर्दगिर्द विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा बल आगे बढ़ रहे हैं। वहां टकराव जारी हैं।