शेयर बाजार धड़ाम, रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर पर, सोना 31 हजार के पार
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शेयर बाजार धड़ाम, रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर पर, सोना 31 हजार के पार

रुपये में जारी अवमूल्यन को रोकने के लिए और चालू खाता घाटा कम करने के लिए सरकारी कोशिशों के बाद भी शुक्रवार को रुपये ने अपने जीवन का नया निचला स्तर छू लिया।

मुंबई: रुपये में जारी अवमूल्यन को रोकने के लिए और चालू खाता घाटा कम करने के लिए सरकारी कोशिशों के बाद भी शुक्रवार को रुपये ने अपने जीवन का नया निचला स्तर छू लिया। अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में यहां रुपये ने डॉलर के मुकाबले 62.03 का नया ऐतिहासिक स्तर छू लिया। इससे पिछला निचला ऐतिहासिक स्तर छह अगस्त को 61.80 का था।
शाम करीब पांच बजे रुपया डॉलर के मुकाबले 61.65 के स्तर पर था। यह बुधवार को 61.43 पर बंद हुआ था। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बाजार गुरुवार को बंद था। चालू खाता घाटा कम करने की तमाम कोशिशों के बाद भी रुपये में गिरावट देखने को मिली।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार शाम पूंजी का बहिर्गमन और सोने का आयात रोकने के लिए उठाए गए कठोर कदम उठाए। आरबीआई ने रुपये पर दबाव कम करने के लिए किसी भी भारतीय निवासी या कंपनी द्वारा विदेश में निवेश करने पर ऊपरी सीमा लगा दी और चालू खाता घाटा कम करने के मकसद से सोने के सिक्के या पदकों के आयात पर रोक लगा दी।
अमेरिका में मौद्रिक प्रोत्साहन योजना को वापस लिए जाने की संभावना पर जहां पहले से बाजार में अनिश्चितता छाई है, वहां देश में प्रतिबंध से निवेशक और भयभीत हो उठे। रुपये में एक मई से अब तक करीब 14 फीसदी गिरावट आ चुकी है।
दूसरी तरफ सोने पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 प्रतिशत किए जाने के बाद त्यौहारों से पहले स्टाकिस्टों की ताबड़तोड़ लिवाली के चलते शुक्रवार को सोने की कीमत 1,310 रुपये उछल कर 31,010 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी। स्थानीय सोना बाजार में यह दो साल का सबसे तेज उछाल है। शेयर बाजार में भारी गिरावट और डालर के मुकाबले रुपये के लुढकने के साथ साथ वैश्विक संकेतों से भी सोने की चमक बढी।
19 अगस्त 2011 के बाद सोने में एक दिन की यह सबसे बड़ी तेजी है जबकि 1,310 रुपये की तेजी आई थी। दिल्ली सर्राफा बाजार में छह महीने के बाद सोना 31,000 रपये के स्तर पर पुन: पहुंचा है। 27 नवंबर 2012 को सोना 32,975 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर था। (एजेंसी)

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