खेल रत्न सोढ़ी को ही दिया जाएगा: खेल मंत्रालय
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खेल रत्न सोढ़ी को ही दिया जाएगा: खेल मंत्रालय

खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए पूर्व विश्व बिलियर्ड चैम्पियन माइकल फरेरा की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा दी गई अंतिम सूची में बिना किसी परिवर्तन के गुरुवार को जमा कर दी गई।

नई दिल्ली: खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए पूर्व विश्व बिलियर्ड चैम्पियन माइकल फरेरा की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा दी गई अंतिम सूची में बिना किसी परिवर्तन के गुरुवार को जमा कर दी गई। निशानेबाज रोंजन सोढ़ी को देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न प्रदान किया जाएगा। विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु तथा क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली को अन्य 15 खिलाड़ियों के साथ अर्जुन अवार्ड दिया जाएगा।
इस निर्णय के बाद खेल रत्न के लिए सोढ़ी के साथ संयुक्त रूप से राष्ट्रमंडल खेलों के महिला वर्ग में चक्का फेंक में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पुनिया को भी खेल रत्न दिए जाने की अटकलों पर विराम लग गया। इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि खेल मंत्री ने पुनिया के नाम पर पुनर्विचार करने के लिए अवार्ड समिति से बात की थी।
खेल सचिव प्रदीप कुमार देब ने आईएएनएस को बताया कि अवार्ड समिति द्वारा माह के शुरू में दी गई खिलाड़ियों के नाम की संस्तुतियों में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि पुनिया और पैरालम्पिक में भाग ले चुके ऊंची कूद के खिलाड़ी एच. एन. गिरिशा द्वारा अवार्ड सूची में उनका नाम सम्मिलित न किए जाने पर खेल मंत्री से आपत्ति दर्ज कराने के कारण इसकी घोषणा में कुछ दिनों का विलंब हुआ।
पुरस्कारों की घोषणा सोमवार को की जानी थी, लेकिन खेल मंत्री के संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही में व्यस्त होने तथा कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए पार्टी कार्यो में फंसे होने की वजह से वे खेल पुरस्कारों की संस्तुति वाली फाइल को मंजूरी नहीं दे सके।
खेल मंत्री जितेंद्र सिंह के, जो कि रक्षा राज्य मंत्री भी हैं, ब्रुनेई में होने वाले एशियाई रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में व्यस्त होने के कारण अब ये पुरस्कार राष्ट्रीय खेल दिवस, 29 अगस्त की बजाय 31 अगस्त को प्रदान किए जाएंगे।
सोढ़ी खेल रत्न पाने वाले सातवें निशानेबाज हैं। इससे पहले अभिनव बिंद्रा (2001-02), अंजली भागवत (2002-03), राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (2004-05), मानवजीत सिंह संधु (2006-07), गगन नारंग (2010-11) और विजय कुमार (2011-12) को खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
दो सदस्यीय अवार्ड समिति ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि समिति में वरिष्ठ खिलाड़ियों द्वारा लिए गए फैसले पर खिलाड़ियों द्वारा प्रश्नचिह्न लगाने का जैसे रिवाज बनता जा रहा है। (एजेंसी)

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