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नई दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पार्टी के नाराज नेता नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने के लिए कदम उठाया। समझा जा रहा है कि सिद्धू खुद को दरकिनार किए जाने और उपेक्षा किए जाने के चलते पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं। भाजपा अध्यक्ष के करीब सूत्रों ने बताया कि सिंह ने सिद्धू से सुबह बात की और उनकी शिकायतों पर विचार करने का भरोसा दिलाया।
उन्होंने बताया कि आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद अमृतसर के सांसद सिंह से राजधानी में मुलाकात करेंगे। हालांकि, इस बारे में सिद्धू की टिप्पणी नहीं मिल पाई है।
क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू कुछ समय से नाराज हैं और हाल ही में भाजपा के पदाधिकारियों की नयी सूची से उनका नाम हटा दिए जाने पर इस मुद्दे ने जोर पकड़ लिया। नितिन गडकरी के पार्टी अध्यक्ष रहने के दौरान वह सचिव थे।
पंजाब के मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया सहित शीर्ष अकाली नेताओं के साथ मतभेद के बाद वह अपना निर्वाचन क्षेत्र भी बदलने को इच्छुक हैं। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के करीबी रिश्तेदार मजीठिया क्षेत्र में अकाली दल के प्रभारी हैं।
सिद्धू अमृतसर लोकसभा सीट से तीन बार निर्वाचित हुए हैं। उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू 2012 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अमृतसर से विधायक निर्वाचित हुई थी।
राज्य सरकार में स्वास्थ्य मामलों की संसदीय सचिव एवं सिद्धू की पत्नी ने पार्टी द्वारा उनको :सिद्धू को: नजरअंदाज किए जाने के बाद सिद्धू के अमृतसर से चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। भाजपा के एक धड़े का मानना है सिद्धू अपने निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कौर ने कल पीटीआई से कहा था कि मेरे पति अमृतसर से संसदीय चुनाव नहीं लड़ेंगे और इस संदर्भ में फैसला काफी पहले किया जा चुका है क्योंकि भाजपा ने उन्हें एवं उनकी स्थानीय टीम को नजरअंदाज तथा दरकिनार कर दिया है जो एक दशक से अपने क्षेत्र में काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि कौर ने एक सोशल नेटवर्किंग साइट पर टिप्पणी की थी कि उनके पति पार्टी में दरकिनार और उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। इस टिप्पणी ने पार्टी की प्रदेश इकाई में विवाद पैदा कर दिया था। (एजेंसी)