लंदन: स्पनपान के अनेक फायदों में एक कारण और जुड़ गया है कि इससे बच्चे अनेक प्रकार से होने वाले कैंसर से भी सुरक्षित रहते हैं।
एक नये अनुसंधान में पाया गया है कि मां के दूध में कैंसर से लड़ने वाले शक्तिशाली टीएनएफ संबंधी एपोपटोसिस इंडयूसिंग लिगांड पाया जाता है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मानव के दूध में कैंसर से लड़ने की जबर्दस्त प्रतिरोधी क्षमता होती है।
एसएजीई पत्रिका में प्रकाशित ‘जर्नल आफ ह्यूमन लैक्टेशन’ नाम के अध्ययन में कहा गया है कि प्रसुति के बाद का पहला दूध और नई माताओं के परिपक्व दूध के नमूनों का परीक्षण किया गया।
इसके बाद वैज्ञानिकों ने स्वस्थ महिला के रक्त के नमूने लिए और शिशुओं के सेवन के लिए बाजार के उत्पादों, प्रसुति के बाद का पहला दूध और परिपक्व स्तन के दूध को लेकर इनमें टीआरएआईएल के स्तर का परीक्षण किया।
शोध में पाया गया कि प्रसुति के बाद के पहले दूध और मानव दूध में रक्त से क्रमश: करीब 400 और 100 गुना टीआरएआईएल का स्तर पाया गया। शिशुओं के सेवन के बाजार के फामरुला उत्पादों में कोई भी टीआरएआईएल नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि नवजात को मां का दूध पिलाने से बच्चों में होने वाले असमय कैंसर को रोका जा सकता है। (एजेंसी)