कैसा रहा सेंसेक्स-निफ्टी का हाल?
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 337.66 अंक यानी 0.58 फीसदी की गिरावट के साथ पांच महीने के निचले स्तर 57,900.19 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान रिकॉरिड हाई 58,490.98 और लो लेवल में 57,721.16 अंक रहा है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 111 अंक यानी 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ में 5 महीने के निचले स्तर 17043 के लेवल पर बंद हुआ है.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
एक्सपर्ट के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने निवेशकों के जोखिम वाली संपत्तियों से दूर होने तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट से बाजार धारणा प्रभावित हुई.
किन शेयरों में रही तेजी और बिकवाली?
सेंसेक्स शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा को सर्वाधिक करीब तीन फीसदी का नुकसान हुआ. इसके अलावा टीसीएस, बजाज फाइनेंस, विप्रो, कोटक बैंक, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और टाटा मोटर्स भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे. दूसरी तरफ, टाइटन, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और एल एंड टी लाभ में रहने वाले शेयरों में शामिल हैं. इनमें 0.93 फीसदी की तेजी रही.
ग्लोबल बाजारों का दिखा है असर
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा है कि बाजार पर वैश्विक गतिविधियों का असर है. हमें बुधवार को शुरूआती कारोबार में अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़ों का असर देखने को मिलेगा. बाजार में हाल की गिरावट के बाद कुछ राहत की उम्मीद है. अमेरिकी नियामकों ने 12 मार्च को सिग्नेचर बैंक को बंद करने का निर्णय किया. इससे ठीक दो दिन पहले सिलिकॉन वैली बैंक को बंद करने का फैसला किया गया था. इसका असर बाजार पर देखने को मिल रहा है. एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी काफी नुकसान में रहे. हालांकि यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में मिला-जुला रुख रहा. वालस्ट्रीट में प्रमुख सूचकांक सोमवार को नुकसान में रहे.
आंकड़ों से मिली जानकारी
इस बीच आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्मित वस्तुओं, ईंधन और बिजली की कीमतों में नरमी से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर दो साल से अधिक के निचले स्तर 3.85 फीसदी पर आ गयी.
इनपुट - एजेंसी
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