बीमार नवाज से 7 अरब की वसूली की फिराक में बेरहम 'नियाजी'

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी की क्रूरता का एक और मामला सामने आया है. वह बिस्तर पर दम तोड़ रहे नवाज शरीफ से 7 अरब रुपए वसूलना चाहते हैं. इसके बिना उन्हें विदेश जाकर ईलाज कराने की इजाजत नहीं दी जा रही है. 

Last Updated : Nov 15, 2019, 11:15 AM IST
    • नवाज की तबीयत बेहद खराब
    • इमरान खान वसूलना चाहते हैं 7 अरब रुपए
    • लाहौर हाईकोर्ट ने उठाया सवाल
बीमार नवाज से 7 अरब की वसूली की फिराक में बेरहम 'नियाजी'

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हालत बेहद गंभीर है. उनकी चिकित्सा में जुटे डॉक्टरों का कहना है कि उनके पास जिंदगी के अब कुछ ही घंटे बचे हुए हैं. उन्हें अच्छे इलाज के लिए विदेश ले जाने की सख्त जरुरत है. लेकिन इमरान खान उनसे 7 अरब रुपए वसूले बिना बाहर जाने की इजाजत देने के लिए तैयार नहीं हैं. 

इमरान खान नियाजी ने की बेरहमी की हदें पार
नवाज शरीफ की हालत बेहद खराब है. उनका प्लेटलेट काउंट चिंताजनक  स्तर तक गिर चुका है. ऐसे में डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने के लिए जल्दी से जल्दी विदेश ले जाने की सलाह दी है. उनका परिवार उन्हें लंदन ले जाने के लिए तैयार है. इसके लिए सरकार की अनुमति की जरुरत थी. नवाज शरीफ को इलाज के लिए बाहर ले जाने पर पाकिस्तानी की सब कमेटी ने सहमति दे दी थी. 

लेकिन जब मामला इमरान खान की कैबिनेट में गया तो श्रीमान नियाजी ने निजी तौर इस मामले में दखल देते हुए 7 अरब(Rs7 billion as surety bonds) का बांड भरने की मांग रख दी. ये रकम भ्रष्‍टाचार के मामले में अकाउंटिबिलिटी कोर्ट द्वारा दो मामलों में लगाए गए जुर्माने की रकम के बराबर की है. यह मामले अल-अजीजिया और अवानफील्‍ड प्रॉपर्टी के हैं, जिसमें नवाज शरीफ दोषी करार दिए गए हैं. 

इमरान खान नियाजी ने डॉक्टरों की शर्त को दरकिनार करते हुए विदेश जाने से पहले नवाज को क्षतिपूर्ति बॉण्‍ड  (indemnity bonds) भरने की शर्त लगा दी गई है.  

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पहले दी इजाजत फिर लगा दी शर्त
नवाज शरीफ को इलाज के लिए अगर विदेश भेजना है तो उनका नाम ईसीएल(Exit control list) से निकालना होगा. लेकिन पाकिस्तान सरकार के कैबिनेट की सब कमेटी की इजाजत मिलने के बाद इमरान खान ने पैसे जमा करने की शर्त लगा दी. हालांकि चिकित्सकों के मुताबिक नवाज शरीफ की हालत बेहद नाजुक है और उन्हें कुछ भी हो सकता है. लेकिन इमरान खान नियाजी रहम करने के लिए तैयार नहीं हैं. 

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अदालत ने भी पूछा है नियाजी सरकार से सवाल
इस बीच लाहौर हाईकोर्ट ने नवाज शरीफ का नाम बिना शर्त ईसीएल से निकालने की याचिका पर सुनवाई की है. ये याचिका मुस्लिम लीग-नवाज की तरफ से दाखिल की गई थी. लेकिन सरकारी वकील ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि नवाज शरीफ अभी रिहा हैं. जिसपर पाकिस्तानी अदालत ने उनसे पूछा कि क्या सरकार के पास इसका अधिकार है कि वह ईसीएल से नाम निकालने के लिए शर्त लगाए. अदालत ने पूछा कि क्या नवाज शरीफ इलाज के लिए विदेश जाना चाहते हैं. इस पर नवाज के वकील ने कहा कि हां, जाना चाहते हैं, अगर उन्हें इसकी इजाजत दी जाए तो.

अदालत ने संघीय सरकार के वकील को जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए सुनवाई शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी थी. नवाज शरीफ को सेहत के आधार पर जमानत मिली हुई है. 

नवाज शरीफ ने बांड भरने से किया इनकार 
उधर नवाज शरीफ ने 7 अरब से ज्‍यादा का श्‍योरिटी बॉण्‍ड (Rs7 billion as surety bonds) देकर इलाज के लिए विदेश जाने से इनकार किया है. जिसके बाद इमरान खान के स्‍पेशल असिस्टेंट ने नवाज परिवार पर तंज कसते हुए कहा है कि नवाज की गारंटी कोई नहीं लेना चाहता है. 

नवाज के परिजनों के नाम से है संपत्ति
नवाज शरीफ के नाम पर पाकिस्‍तान में कोई प्रॉपर्टी नहीं है. लेकिन उनकी बेटी मरियम और उनके भाई शाहबाज शरीफ के नाम अरबों की संपत्ति है. जिसे देखते हुए इमरान खान नियाजी की सरकार ने नवाज के बदले इन दोनों को बॉण्‍ड भरने को कहा है.

लेकिन इस मसले पर अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से नवाज शरीफ की जान पर बन आई है. 

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