NSA प्रमुख अजित डोवाल ने सौंपी रिपोर्ट, आर्मी चीफ रावत पहले CDS

भारत सरकार ने पहले CDS के तौर पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के नाम की घोषणा कर दी है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने कैबिनेट कमिटी की ओर से बनाई गई रिपोर्ट सरकार के हवाले की थी. इसके आधार पर यह फैसला लिया गया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 20, 2019, 10:42 PM IST
    • अजित डोवाल की सौंपी रिपोर्ट के आधार पर हुई नियुक्ति
    • कम से कम 64 वर्ष तय की गई थी उम्रसीमा
    • नियुक्ति कमिटी ही बताएगी जिम्मेदारी और कार्यक्षेत्र
NSA प्रमुख अजित डोवाल ने सौंपी रिपोर्ट, आर्मी चीफ रावत पहले CDS

नई दिल्ली: 15 अगस्त के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति का ऐलान किया था. बुधवार देर शाम इस पद पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के नाम की घोषणा कर दी गई. यह ओहदा सेना के तीनों विंग के प्रमुख से भी ऊपर होगा. सरकार इसी शीतकालीन सत्र के दौरान भारत के पहले सीडीएस की नियुक्ति करने का प्लान बना चुकी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी ने इस पद के लिए जनरल बिपिन रावत को चुना है. वह इस दौड़ा में सबसे आगे चल रहे थे. बुधवार शाम को ANI  के हवाले से कहा गया था कि जल्द ही सरकार पहले CDS के नाम का ऐलान कर सकती है.

अजित डोवाल ने सौंपी रिपोर्ट

सूत्रों के मुताबिक शाम को कैबिनेट कमिटी की नियुक्ति वाली विशेष पैनल ने अपनी रिपोर्ट अजित डोवाल को सौंपी और एनएसए सलाहकार ने इसे कैबिनेट के पास भेज दिया था. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार जल्द ही इसका ऐलान कर सकती है, अगर कमिटी की ओर से संभावित नामों पर सहमति बन सकी. 

कम से कम 64 वर्ष तय की गई है उम्रसीमा

सूत्रों ने यह भी बताया कि सीडीएस पद पर तीनों सेना के हाल के प्रमुखों के अलावा वर्तमान में सीनियर कमांडर-इन-चीफ रैंक के पदाधिकारियों में से कोई एक ही इस पद का दावेदार हो सकता है. इसके अलावा नियुक्ति कमिटी ने एक पैमाना भी तय किया था. इस पैमाने के तहत सीडीएस बनाए जा रहे व्यक्ति की आयु कम से कम 64 वर्ष होनी चाहिए. हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि तो नहीं की गई थी.

नियुक्ति कमिटी ही बताएगी जिम्मेदारी और कार्यक्षेत्र

कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी ने एक नियुक्ति कमिटी का गठन किया था, जो मुख्य रूप से सीडीएस के संभावित नामों को चुनने का काम कर रही थी. सीडीएस की नियुक्ति के साथ ही यह कमिटी भंग कर दी जाएगी. लेकिन इससे पहले अजित डोवाल ने इस कमिटी को एक और जिम्मेदारी सौंपी थी. नियुक्ति कमिटी को सीडीएस का कार्यक्षेत्र और जिम्मेदारियों को भी निर्धारित करना है. कहने का मतलब कि आखिर पहले सीडीएस का काम क्या होगा और इसका अधिकार क्षेत्र कहां तक होगा. हालांकि, यह तो तय था कि सीडीएस सेना के सीनियर पदाधिकारियों में से एक होगा. लेकिन सरकार में उसकी स्थिति क्या होगी, इसका तय होना भी जरूरी है. सीडीएस का ओहदा क्या NSA सलाहकार से ऊपर होगा या उसके अधीन ?  

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