अगर नागरिकता कानून पर प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाने वाले ये सोच रहे थे कि बात कुछ दिनों बाद ठंडी हो जाएगी और वो निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के बाद भी बच कर निकल जाएंगे तो वो समझ लें कि ऐसा नहीं होगा. दंगाइयों ने जो नुकसान किया उसकी पाई पाई उनसे वसूली जाएगी. यूपी की योगी सरकार ने ये काम शुरू भी कर दिया है.
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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून की आड़ में हिंसा फैलाने वालों की अब खैर नहीं है. क्योंकि योगी सरकार प्रदर्शन के नाम पर दंगा और हिंसा करने वालों पर बहुत सख्ती करने जा रही है. सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों की पहचान करके अब उनसे ही वसूली की जाएगी.
नागरिकता कानून पर सिर्फ अफवाहों पर घर से बाहर निकलकर हिंसा करने वाले, सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करने वाले, निजी संपत्ति को आग लगाने वाले, पुलिस चौकी फूंकने वाले, मोटरसाइकल जलाने वाले, पुलिस की गाड़ियां जलाने वालों पर एक्शन शुरू हो गया है.
CAA के नाम पर दंगा भड़काने वालों को अब महंगी कीमत चुकानी पड़ेगी. जिन लोगों के घरों और दुकानों पर नोटिस चस्पा किया गया है. उनमें से कुछ घर से गायब भी हो गए हैं. लेकिन जिन्होंने हिंसा की है. वो ये समझ लें कि नुकसान की पाई पाई उनसे वसूली जाएगी.
हिंसा के फौरन बाद योगी सरकार ने एक टीम बनाई जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई पर काम शुरू कर चुकी है. जहां हिंसा हुई थी वहां ऐसे लोगों को चिन्हित किया है, 13 FIR हैं, 148 नामज़द. उनके ख़िलाफ़ चालीस लाख सरकारी संपत्ति के नुकसान को वसूलने के लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं.
पुलिस की संपत्ति जलाई अब करो भरपाई
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शांतिपूर्ण प्रदर्शन का हक सभी को है, आवाज़ उठाने की इजाजत सभी को है. लेकिन जो हिंसा फैलाएगा, दंगा करेगा, निजी और सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करेगा उसे तो चुकाना ही पड़ेगा. ऐसे दंगाइयों की संपत्ति जब्त करके ही नुकसान की भरपाई की जाए. और यही सभी राज्य सरकारों को तुरंत करना चाहिए.
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