इलेक्ट्रिक बाइक तो आपने कई देखी होंगी लेकिन एक ऐसी इलेक्ट्रिक बाइक का आविस्कार किया गया है जो सबसे अलग है. ये ऐसी बाइक है जो शराब के नशे में नहीं चलेगी. इस बाइक में अल्कोहल सेंसर लगे हैं.
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प्रयागराज: प्रयागराज के मोतिलाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने बाइक कमाल की बाइक बनाई है. छात्रों ने एक अनोखी इलेक्ट्रिक बाइक बनाई है जो शराब के नशे में अगर कोई व्यक्ति चलाना चाहे तो वह स्टार्ट ही नहीं होगी. इस अनोखी बाइक का नाम हाइब्रिड इलेक्ट्रिक गरुण है.
ये है इलेक्ट्रिक बाइक, जिसका नाम गरुण है. देखने में तो किसी सामान्य इलेक्ट्रिक बाइक या साइकिल की तरह लग रही है. लेकिन ये सबसे अलग है. अगर कोई शराब के नशे में इस इलेक्ट्रिक बाइक को चलाना चाहे तो ये चलेगी ही नहीं. आप सोच रहे हैं ऐसा कैसे हो सकता है. लेकिन प्रयागराज के मोती लाल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ऐसा कर दिखाया है.
दरअसल, इस इलेक्ट्रिक बाइक में अल्कोहल सेंसर लगाए गए हैं. शराब के नशे में अगर कोई व्यक्ति इसे चलाना चाहे तो ये स्टार्ट ही नहीं होगी. अलकोहल सेंसर तुरंत पता कर लेगा कि बाइक पर सवार होने वाले शख्स ने शराब पी हुई है. बाइक खुद ब खुद लॉकिंग मोड में चली जाएगी.
इस इलेक्ट्रिक बाइक को बनाने का असल मकसद कैंपस में प्रदूषण को रोकना है. ज्यादातर टीचर और छात्र कार या बाइक से कैंपस में आते हैं जिसकी वजह से कैंपस के पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा था.
13 छात्रों की टीम ने 3 महीने की मेहनत के बाद इलेक्ट्रिक बाइक तैयार की है. इसकी लागत सिर्फ 25 हज़ार रुपए आई है. अगर थोक में तैयार की जाए तो लागत 15 हज़ार ही आएगी. ये दो सीटर है, भार करीब 180 किलोग्राम है. एक बार चार्ज करने पर ये करीब 25 से 40 किलोमीटर दूरी तय करती है. इसमें पैडल भी लगा है, अगर चार्जिंग खत्म हो जाए तो पैडल के इस्तेमाल से चलाई जा सकती है.
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अल्कोहल सेंसर से लैस ये इलेक्ट्रिक बाइक शराब के नशे में होने वाले हादसों को रोकने में मील का पत्थर साबित हो सकती है. बस करना इतना है कि सरकार इन छात्रों की मेहनत और रिसर्च को हकीकत में तब्दील करने में आगे आए.
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