Indian cobra vs Chinese cobra: भारत और चीन दोनों देशों में कोबरा सांप पाए जाते हैं, लेकिन इनकी खतरनाक विशेषताएं अलग-अलग होती हैं. भारत में पाया जाने वाला इंडियन कोबरा अपने बड़े आकार और शक्तिशाली के लिए जाना जाता है, जबकि चीन में पाया जाने वाला चाइनीज कोबरा तेज़ी से हमला करने वाला और अधिक जहरीला होता वाला होता है. दोनों ही सांप खतरनाक हैं, लेकिन इनके बीच कुछ अहम अंतर हैं जो इन्हें अलग-अलग प्रकार से खतरनाक बनाते हैं. चलिए जानते हैं विस्तार से.
कोबरा दुनियाभर के सबसे खतरनाक सांपों में से एक माना जाता है. इन सांपों का जहर इतना खतरनाक होता है कि जिनको ये काट लेते हैं, उनके लिए मौत लगभग तय मानी जाती है. भारत और चीन दोनों देशों में कोबरा की अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनका जहर और स्वभाव में कुछ खास अंतर होता है. आइए जानते हैं इन दोनों देशों में पाए जाने वाले कोबरा के बारे में विस्तार से.
इंडियन कोबरा, जिसे "नाग" के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है. यह सांप भारत के जंगलों, कृषि क्षेत्रों, रेगिस्तानों और शहरी इलाकों में आसानी से मिल जाता है. इंडियन कोबरा का आकार आमतौर पर 4 से 7 फीट के बीच होता है, इसके साथ इसका शरीर मोटा और मजबूत होता है. इसकी विशिष्ट पहचान उसकी हेड हुड है, जो खतरे के समय फैल जाती है. जबकि, भारतीय कोबरे का वजन लगभग 1.1 से लेकर 2.7 किलो तक हो सकता है.
चाइनीज कोबरा, जिसे "नाजा अत्रा" के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से दक्षिणी चीन, ताइवान और उत्तरी वियतनाम में पाया जाता है. यह सांप अधिकतर पहाड़ी इलाकों, जंगलों और सेमी-शहरी क्षेत्रों में रहता है. चाइनीज़ कोबरा का आकार छोटा होता है, आमतौर पर 3 से 4 फीट लंबा, और इसका शरीर हल्का और पतला होता है, जो इसे तेज गति से चलने में मदद करता है. इसके साथ इस कोबरा का वजर एक से दो किलो के बीच होता है.
इंडियन कोबरा का विष मुख्य रूप से न्यूरोटॉक्सिन से भरपूर होता है. इस विष के कारण शरीर की तंत्रिका प्रणाली पर प्रभाव पड़ता है, जिससे पैरालिसिस और श्वसन तंत्र में रुकावट आती है. यदि सही समय पर इलाज न मिले, तो यह सांप काटने से मौत भी हो सकती है. वहीं, चाइनीज़ कोबरा का विष न केवल न्यूरोटॉक्सिन, बल्कि कार्डियोटॉक्सिन भी होता है, जो हृदय के कामकाज को प्रभावित करता है. इसकी विषाक्तता और जटिलता चाइनीज़ कोबरा को और भी खतरनाक बना देती है.
इंडियन कोबरा मुख्य रूप से चूहे, मेंढ़क और अन्य छोटे जीवों का शिकार करता है. यह सांप दिन के समय अपने शिकार का पीछा करता है, साथ ही रात्रि के समय अधिक सक्रिय रहता है. इसकी आदत यह है कि यह अक्सर मनुष्यों के आस-पास भी रहता है, विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी इलाकों में. जबकि, चाइनीज कोबरा, दूसरी ओर, पिरिपक्कड़ जीवों और छोटे प्राणियों जैसे छिपकलियों और छोटे पक्षियों को शिकार बनाता है. यह सांप अपने शिकार के पास जाकर उसकी ओर चुपचाप बढ़ता है और फिर अचानक हमला करता है.
यदि भारत और चीन के कोबरा के बीच एक मुकाबला हो, तो इंडियन कोबरा अपनी विशालता और ताकत का फायदा उठा सकता है. इसका बड़ा आकार और शरीर इसे लंबी दूरी से हमला करने में सक्षम बनाता है. वहीं, चाइनीज़ कोबरा अपनी तेज़ी और सटीकता के कारण जीत सकता है. इसका हल्का और छोटा शरीर इसे तेज़ी से भागने और हमला करने की क्षमता देता है.
इंडियन कोबरा अपने हेड हुड को फैलाकर सामने वाले को डराता है और अगर खतरा महसूस होता है तो यह हमला करने में संकोच नहीं करता. यह एक बहुत ही संवेदनशील और आक्रामक सांप होता है, खासकर जब यह खुद को खतरे में महसूस करता है. जबकि, चाइनीज़ कोबरा अधिकतर शांत और शर्मीला होता है. यह मानव निवासियों से बचता है और भागने की कोशिश करता है. हालांकि, अगर यह तनावग्रस्त महसूस करता है, तो यह भी हमला कर सकता है.
किसे ज्यादा खतरनाक माना जाए, यह सवाल काफी जटिल है क्योंकि दोनों ही कोबरा अपने-अपने क्षेत्र में बेहद खतरनाक हैं. इंडियन कोबरा अपनी ताकत और आकार के कारण बहुत खतरनाक हो सकता है, लेकिन चाइनीज़ कोबरा का विष अधिक जटिल और प्रभावी होता है. दोनों के पास अपनी-अपनी खतरनाक विशेषताएं हैं, जो इन्हें अत्यधिक खतरनाक बनाती हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़