जब से कोरोनावायरस महामारी आई है, तब से लेकर अभी तक चीन में कभी भी बड़ी संख्या में कोरोना मरीज सामने नहीं आए. नए वैरिएंट्स आने के बाद से भारत अब कोरोना के तीसरी लहर में प्रवेश कर चुका है, लेकिन चीन के आंकड़े अभी भी हैरान कर देने वाले हैं. अमेरिका, ब्रिटेन व भारत में रोजाना लाखों कोरोना केस सामने आ रहे हैं, लेकिन चीन के COVID-19 आंकड़ों को जानने के बाद शक पैदा होता है. फिलहाल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें चीन के जीरो कोविड रूल के तहत सैकड़ों लोगों को मेटल बॉक्स में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है.


मेटल बॉक्स में रहने को मजबूर कर रही चीनी सरकार


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चीन में इतने ढेर सारे मेटल बॉक्स देखकर यह मालूम पड़ता है कि मामले सैकड़ों में नहीं बल्कि हजारों में भी हो सकते हैं, लेकिन असलियत से हम अब भी अनजान हैं. डेली मेल की खबर के अनुसार, चीन ने कोरोनावायरस के नए वैरिएंट को रोकने के लिए लोगों पर सख्त नियम लागू कर दिए हैं. चीन ने अपनी 'जीरो कोविड पॉलिसी' के तहत अपने नागरिकों पर कई कठोर नियम लागू किए हैं, लाखों लोगों को क्वारंटीन के तहत रखा है, जबकि बीजिंग अगले महीने के विंटर ओलंपिक (Winter Olympics) की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है.


 



 


आधी रात घर छोड़कर क्वारंटी सेंटर में रहने का फरमान


डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित लोगों को लकड़ी के बिस्तर और शौचालय से अटैच इन मेटल बॉक्स में दो सप्ताह तक रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है, भले ही उनके इलाके में एक भी व्यक्ति पॉजिटिव पाया न गया हो. कई इलाकों में, निवासियों को आधी रात के बाद कहा गया कि उन्हें अपने घरों को छोड़कर क्वारंटीन सेंटर्स में जाने की जरूरत है.


 



 



 


2 करोड़ लोग अपने घरों में कैद, खाना खरीदने पर भी बैन


चीन में 'अनिवार्य ट्रैक-एंड-ट्रेस ऐप' का मतलब है कि करीबी संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जाता है और उन्हें तुरंत क्वारंटीन कर दिया जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 20 मिलियन लोग अब चीन में अपने घरों में कैद हैं और खाना खरीदने के लिए भी उनके घर से बाहर निकलने पर बैन लगा दिया गया है.