Pahalgam Terrorists Sketch: पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद एक महिला ने बड़ा दावा किया है. हमले से दो दिन पहले ही बैसरन घाटी में घूमने गई महिला ने कहा है कि उसके खच्चर वाले ने उससे धार्मिक पहचान से जुडे़ कई सवाल किए थे.
Trending Photos
Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में एक बड़ा सनसनीखेज अपडेट आया है. जिन आतंकियों के स्केच जारी किए गए थे, उनमें से एक स्केच एक खच्चर वाले से मिल रहा है. एक महिला पर्यटक ने दावा किया है कि स्केच में जो शख्स है, वैसा ही उनका खच्चर वाला था. इस महिला ने हमले से ठीक दो दिन पहले बैसलन वैली में खच्चर की सवारी की थी. उसकी शक्ल हूबहू स्केच वाले आतंकी से मिल रही है. सोशल मीडिया पर इस समय महिला का ये दावा तेजी से वायरल हो रहा है.
जौनपुर की महिला ने दावा किया है कि हमले से दो दिन पहले ही वे पहलगाम की बैसरन घाटी में घूमने गई थी. वहां उन्होंने खच्चर की सवारी की थी. उस खच्चर वाले ने उनसे कई अजीबोगरीब सवाल पूछे थे.
ये सारे सवाल धार्मिक पहचान से जुड़े हुए थे. मसलन, आपने कभी अजमेर दरगाह या अमरनाथ यात्रा की है? आपके कितने हिंदू और कितने मुसलिम दोस्त हैं? आपको हिंदू धर्म पसंद है या मुस्लिम? क्या उन्होंने कभी कुरान पढ़ी है? कुरान के सवाल पर महिला ने कहा कि उन्हें तो उर्दू आती नहीं है. इस पर खच्चर वाले ने कहा कि कुरान तो अब हिंदी में भी आ गई है. ऐसे सवालों से वो महिला थोड़ी दर गई.
ये डर उस समय और बढ़ गया जब खच्चर वाला अपने फोन पर किसी दूसरे से बात कर रहा था. फोन पर वो किसी से 'प्लान A' और 'प्लान B'जैसी बातें कर रहा था. जैसे ही खच्चर वाले को लगा कि महिला उसकी बातों पर गौर कर रही है तो वो फौरन किसी दूसरी भाषा में बात करने लगा. महिला ने कहा कि हमले की खबर सुनते ही वो बहुत डर गई. उसनें अपने वॉट्सएप ग्रुप में अपने दोस्तों को भी ये बात बताई. दोस्तों ने भी उनकी बात की तस्दीक की. हालांकि बताया जा रहा कि गांदरबल पुलिस ने इस खच्चर वाले को हिरासत में ले लिया है. वो पहलगाम से काफी दूर गांदरबल में ही खच्चर चलाता है.
इस हमले में 26 सैलानियों को आतंकियों ने मार दिया था. इस नरसंहार को जिस तरह से अंजाम दिया गया, उससे साफ पता चल रहा कि आतंकियों ने इस हमले से पहले काफी रेकी भी की है. इसके अलावा बिना लोकल सपोर्ट के इस तरह हमला करना और फिर आराम से फरार हो जाना संभव नहीं है. हमले के बाद से पूरे इलाके को घेर लिया गया है, लेकिन हमले के दो दिन बाद भी आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिल सका है.