Trending Photos
नई दिल्ली. क्या आपके कभी सपने में भी सोचा है कि हेलमेट (Helmet) से गोलियां दागी जा सकेंगी? कभी सोचा है कि हेलमेट दुश्मनों की घुसपैठ के नापाक मंसूबों को मिट्टी में मिला देगा? जी हां यह सब एक हेलमेट कर सकता है. अब भारतीय सैनिकों (Indian Soldiers) के हेलमेट से भी दुश्मन कांपते नजर आएंगे.
दरअसल, वाराणसी (Varanasi) के वैज्ञानिक श्याम चौरसिया (Shyam Chaurasia) ने एक बार फिर से अपने अविष्कार से सभी को हैरान कर दिया है. श्याम चौरसियां ने भारतीय जवानों की सुरक्षा के लिए एक खास तरह का हेलमेट तैयार किया है. इस हेलमेट की खासियत यह है कि घुसपैठिए के सीमा (Border) में दाखिल होते ही यह जवानों को अलर्ट कर देगा. इसके अलावा इस हेलमेट से दुश्मनों पर गोलियां भी दागी जा सकेंगी. इस हेलमेट को स्मार्ट डिफेंस हेलमेट (Smart Defence Helmet) नाम दिया गया है.
यह भी पढ़ें- Viral Post: Online Class के दौरान बच्चे ने Teacher के साथ एक हफ्ते तक की ऐसी हरकत, सब रह गए हैरान
इस स्मार्ट हेलमेट (Smart Helmet) की एक और खासियत जानकर तो आप दंग ही रह जाएंगे. यह स्मार्ट हेलमेट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की तस्वीर देखते ही वंदे मातरम भी बोलने लगेगा. यह स्मार्ट हेलमेट बिजली के अलावा सोलर पावर (Solar Power) से भी चलता है.
हेलमेट (Helmet) को बनाने वाले श्याम चौरसिया ने बताया कि उन्हें यह स्मार्ट हेलमेट (Smart Helmet) बनाने में दो महीने लगे. उन्होंने आगे कहा कि कई बार घुसपैठियों देश की सीमा में घुसने की कोशिश करते हैं. घुसपैठियों के बॉर्डर (Border) में घुसते ही यह हेलमेट सैनिकों को अलर्ट (Alert) कर देगा. साथ ही इस स्मार्ट हेलमेट में रिमोट ट्रिगर भी दिया गया है, जिससे जरूरत पड़ने पर फायरिंग की जा सकती है. श्याम चौरसिया ने बताया कि उनका ये स्मार्ट हेलमेट सीमाओं पर तैनात जवानों को दूसरी सीमाओं प्रवेश से पहले ही ऑडियो मैसेज के जरिए अलर्ट कर देगा. जिससे हमारे जवान गलती से दूसरे देश की सीमा में न जा सकें.
यह भी पढ़ें- Varanasi में तैयार हुआ Hi Tech जूता, इससे दुश्मनों पर गोलियां दाग सकेंगे जवान
बता दें कि इससे पहले श्याम चौरसिया ने स्मार्ट जूते (Smart Shoes) बनाए थे. जिनसे जरूरत पड़ने पर दुश्मनों पर गोलियां चलाई जा सकती हैं. साथ ही जूते में ऐसे सेंसर भी लगाए गए हैं, जिनसे दुश्मनों की आहट पहले ही मिल जाती है.
जरा हटके खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें