गधों की संख्या के मामले में पाकिस्तान दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बना: रिपोर्ट
Trending Photos
नई दिल्ली: पत्रकार चांद नवाब के बाद अब पाकिस्तान के एक और न्यूज रिपोर्टर अमीन हाफिज का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ताजा मामला लाहौर का है जहां गधे पर बैठकर रिपोर्टिंग करते हुए यह रिपोर्टर नीचे गिर जाता है. वीडियो को मशहूर पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने ट्विटर पर शेयर किया है.
दरअसल, पाकिस्तान के जिओ न्यूज चैनल ने गधों को लेकर एक स्पेशल रिपोर्ट तैयार की है. इसमें बताया गया कि पाकिस्तान में गधों की तादाद दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. पंजाब लाइवस्टॉक डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक देश के लाहौर में ही गधों की संख्या 41 हजार से ज्यादा हो चुकी है. इसके अलावा पाकिस्तान गधों की संख्या के मामले में दुनिया का तीसरा देश बन चुका है. फिर सामने आया पाकिस्तानी रिपोर्टर चांद नवाब का नया Video, पेट पकड़कर हो जाएंगे लोट-पोट
Donkey business flourishing in Lahore and look at the way my old Freind Amin Hafeez reporting donkey business by risking his life pic.twitter.com/FHYuQrYOqP
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) December 19, 2018
इसको देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने गधों को बीमारी से महफूज रखने शहर में अलग से डंकी हॉस्पिटल भी खोल दिया है. इस अस्पताल में पशु चिकित्सक न सिर्फ बीमार गधों का मुफ्त इलाज करते हैं बल्कि उनको सेहतमंद रखने के लिए दवाइयां भी दे रहे हैं.
मालिकों को फायदा
खास बात यह है कि 35 से 55 हजार रुपए कीमत के एक गधे से उसका मालिक हर रोज तकरीबन 1000 रुपए की कमाई कर लेता है. वहीं, जब इस जानवर को बेचा जाता है तो वह महंगा भी बिकता है. गधा महज 4 साल की उम्र में मालिक के लिए कमाई करना शुरू कर देता है और 12 साल तक उसके रोजगार का जरिया बना रहता है.
5.3 मिलियन गधे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में 100000 से 5.3 मिलियन गधे हैं. वहीं, गधों की संख्या के हिसाब से चीन दुनिया में पहले नंबर है. दूसरे नंबर पर पाकिस्तान और इथापिया का तीसरा नंबर है. पाकिस्तानी पत्रकार ने लिया भैंस का इंटरव्यू, उसे 'जवाब' भी मिला- यकीन नहीं होता तो आप खुद देखें ये Video
सोशल मीडिया पर मजाक
माल ढोने और दूसरे पेशे में काम आने के कारण पाकिस्तान में गधा पालन बढ़ता ही जा रहा है. गरीब लोगों को रोजगार दिलाने में गधों को विशेष योगदान है. यही वजह है कि हर साल यहां परंपरागत पालतू पशुओं जैसे गाय, भैंस के अलावा भेड़, बकरी, भेड़ और गधे भी बड़ी संख्या में पाले जा रहे हैं. हालांकि, सोशल मीडिया पर इसको लेकर काफी मजाक बनाया जा रहा है.